दुनिया में कई प्राकृतिक परिवर्तन देखने को मिलते है। जिसमें से जलवायु परिवर्तन भी एक है। इससे जुड़ी कई स्टडी हुई जिसमें कई अहम खुलासे हुए। बताया जा रहा है कि 5 बड़ी आपदा दरवाजे पर खड़ी है जो कभी भी दस्तक दे सकती है। ग्रीनलैंड और अंटार्कटिका की बर्फ कभी भी पिघल सकती हैं। पूर्व में भी जो स्टडी हुई उसमें भी कई खुलासे हुए जिसमें बताया गया था कि जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग नहीं रुकी तो प्रकृति जल्दी ही अपना रूप बदल लेगी।
दअरसल इसको लेकर पूर्व में भी जब स्टडी हुई तो उसमे भी कई खुलासे हुए। जिसमें कहा गया कि अगर जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग को नहीं रोका गया तो फिर प्रकृति एक दिन अपना आपा खो सकती है। प्रकृति के सहने की क्षमता खत्म हो जाएगी और जन जीवन भी इस धरती से नष्ट हो जाएगा। इसीलिए जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग पर विशेष ध्यान देने के लिए जोर दिया गया है।
इस मामले पर एक्सेटर विश्वविद्यालय के डॉक्टर डेविड आर्मस्ट्रांग मैके का कहना है कि यह मुद्दा वाकई में हैरान करने वाला है। लेकिन इसपर काम करना होगा। दुनिया ग्लोबल वार्मिंग के 2-3C की ओर कदम रख रही है और यह बहुत ही खतरनाक है। इन टीचिंग डॉट को पार करने के लिए तैयार करता है, जो दुनिया भर के लोगों के लिए बहुत ही खतरनाक साबित होगा। स्टडी के अनुसार यह भी कहा गया है कि अगर पृथ्वी पर रहने के लिए योग्य परिस्थितियों को बनाए रखने के लिए हमें इसे रोकने की जरूरत है। इसके लिए प्रयास करने की भी जरूरत है।