क्या आपने कभी मुलेठी के फायदों के बारे में सुना है? मुलेठी एक प्राकृतिक उपचार है जो सर्दी-जुकाम से लड़ने में मदद कर सकता है, न केवल इम्यूनिटी को बढ़ाता है बल्कि दर्द और सूजन को भी कम करने में सहायक होता है।
सर्दी-जुकाम के मौसम में मुलेठी का सेवन करना बहुत ही फायदेमंद हो सकता है। यह एक प्राकृतिक औषधि होती है जिसमें कई औषधीय गुण होते हैं। मुलेठी में मौजूद एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण सर्दी-जुकाम जैसी बीमारियों से लड़ने में मदद कर सकते हैं। इसके अलावा, यह खांसी को भी कम कर सकता है और छाती के इंफ्लेमेशन को कम कर सकता है।
मुलेठी में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स और एंटीइन्फ्लेमेटरी गुण शरीर के इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद करते हैं। यह शरीर को बीमारियों और संक्रमणों से लड़ने की क्षमता प्रदान करता है। इसके साथ ही, मुलेठी शरीर के इंफेक्शन को भी कम करने में सहायक होती है।
सर्दी-जुकाम के दौरान मुलेठी का दूध में बनाकर सेवन किया जा सकता है। इसके लिए, मुलेठी के छोटे-छोटे टुकड़े को दूध में डालकर उसे गरम करें। इसमें अगर शहद या दालचीनी मिला दी जाए, तो यह सर्दी जुकाम के लिए बहुत ही असरदार साबित हो सकता है।
सर्दी-जुकाम के लिए मुलेठी का काढ़ा भी तैयार किया जा सकता है। इसके लिए, मुलेठी के पत्तों को पानी में उबालें और फिर उसे ठंडा करके पीना शुरू करें। यह काढ़ा ठंडी छाती और गले को ठीक करने में मदद कर सकता है।
इसके अलावा, मुलेठी के तेल का मसाज करना भी दर्द और सूजन को कम कर सकता है। यह तेल खुजली और त्वचा के इंफ्लेमेशन को भी कम कर सकता है।
सर्दी-जुकाम में मुलेठी का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना बेहद जरूरी है, खासकर उन लोगों को जो किसी भी तरह की दवाओं या इलाजों का सेवन कर रहे हों। यह जरूरी है क्योंकि कुछ लोगों को मुलेठी से जुड़ी किसी भी सामग्री से एलर्जी हो सकती है।