नई दिल्ली : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और केरल से सांसद शशि थरूर ने एक बार फिर अपने बयान से खलबली मचा दी है. उनके इस बयान से ऐसा लगता है कि उन्हें किसी बात का डर सता रहा है. उन्होंने कहा है कि कांग्रेस पार्टी ‘बीजेपी लाइट’ बनने का खतरा नहीं ले सकती है, अगर ऐसा हुआ तो वह(कांग्रेस) जीरो हो सकती है.
कांग्रेस पर ‘सॉफ्ट हिंदुत्व’ का आरोप लगने पर भी शशि थरूर ने अपनी बात रखी है. इस पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा है कि वे इस बात के पक्ष में नहीं है. थरूर ने इस बात को अस्वीकार कर दिया. समाचार एजेंसी पीटीआई के साथ एक साक्षात्कार में आगे थरूर ने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी किसी भी रूप, आकार में भारतीय जनता पार्टी जैसी नहीं है. हमे कमजोर न बनाया जाए जो कि हम है भी नहीं.
कांग्रेस के हिन्दू विरोधी होने के सवाल पर शशि थरूर ने कहा कि, हिंदू धर्म में हम समावेशी और गैर आलोचनात्मकता का सम्मान करते हैं, वहीं कांग्रेस नेता ने हिंदुत्व कोअलग-थलग पर आधारित एक राजनीतिक सिद्धांत करार दिया. कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी का तर्क देते हुए थरूर ने कहा कि वे भी हिंदुत्व के किसी भी नरम या गरम रूप के समर्थक नहीं है. यदि राहुल गांधी मंदिर जाते हैं तो यह उनका निजी मामला है.
संविधान की धर्मनिरपेक्षता पर भी बोले थरूर…
पीटीआई को दिए साक्षात्कार में शशि थरूर ने संविधान की धर्मनिरपेक्षता पर भी अपने विचार रखें और कहा कि संविधान धर्मनिरपेक्ष बना रहेगा. उन्होंने इससे संबंधित सवाल पर कहा कि, ”भारत में धर्मनिरपेक्षता एक सिद्धांत और प्रैक्टिस के रूप में ‘खतरे’ में जरूर है लेकिन मैं इसके शीघ्र पतन के रूप में नहीं देख रहा. भारत अपने सार में सहिष्णुता और बहुलवाद का प्रतीक है, और मैं नहीं मानता कि नफरत की ताकतें हमारे मौलिक धर्मनिरपेक्षता को स्थायी रूप से दूर कर सकती हैं. सत्तारूढ़ दल धर्मनिरपेक्ष शब्द को संविधान से हटाने के प्रयास कर सकता है.”