इंदौर: इंडेक्स इंस्टिट्यूट ऑफ डेंटल साइंस में इंडेक्स ग्रुप के चेयरमैन श्री सुरेशसिंह भदोरिया के सहयोग से कॉन्स एंडो डे के उपलक्ष्य में 2 मार्च से 4 मार्च तक तीन दिवसीय वर्कशॉप का आयोजन किया गया। डिपार्टमेंट ऑफ़ कंज़र्वेटिव डेंटिस्ट्री एंड एंडोडोन्टिक्स द्वारा संचालित इस कार्यक्रम में इंदौर शहर एवं अन्य शहरों के दंत चिकित्सकों ने भाग लिया। इस वर्कशॉप के दौरान शामिल हुए सभी प्रतिभागियों ने आयोजन की सराहना की। वर्कशॉप में डॉ रोली एस अग्रवाल, डॉ दीप्ति पितालिया, डॉ शक्ति सिंह एवं डॉ गौरी संवत्सरकर द्वारा रूट कैनाल ट्रीटमेंट की आधुनिक तकनीकों के बारे में प्रतिभागियों को अवगत कराया गया।
वर्कशॉप के बारें में बात करते हुए डॉ. रोली अग्रवाल ने बताया कि “अंडर ग्रेजुएट लेवल पर स्टूडेंट्स को मिली ट्रेनिंग को अपग्रेड करने हेतु इंडेक्स इंस्टिट्यूट ऑफ़ डेंटल साइंस में वर्कशॉप आयोजित की गई। जिसमें रूट कैनाल ट्रीटमेंट की सफलता दर को बढ़ाने के लिए स्टूडेंट्स को नवीनतम तकनीकों और उपकरणों के बारें में बताया गया। साथ ही ट्रेनिंग के उद्देश्य से ऑस्ट्रेलिया में मैन्यूफेक्चर्ड स्टेट ऑफ़ आर्ट रोटरी फाइल्स एंड इक्विपमेंट का भी उपयोग किया गया था। सभी स्टूडेंट्स के लिए यह वर्कशॉप बहुत ही लाभदायक साबित हुई।”
इंडेक्स कॉलेज के एडिशनल डायरेक्टर आरसी यादव ने बताया कि “इंडेक्स ग्रुप के द्वारा हमेशा से ही स्टूडेंट्स के बेहतर भविष्य के लिए वर्कशॉप्स और ट्रेनिंग प्रोग्राम आयोजित की जाती रही है। इसी क्रम में इंडेक्स इंस्टिट्यूट ऑफ़ डेंटल साइंस में डेंटल स्टूडेंट्स के लिए यह 2 से 4 मार्च के बीच यह वर्कशॉप आयोजित हुई। जिसे न सिर्फ प्रतिभागियों बल्कि फैकल्टी द्वारा भी सराहा गया। आने वाले समय में भी हम स्टूडेंट्स के लिए ट्रेनिंग प्रोग्राम और वर्कशॉप्स आयोजित करते रहेंगे।”
दिनांक 5 मार्च को दंत स्वास्थ्य जागरूकता अभियान के अंतर्गत विद्यार्थियों ने मुख् स्वास्थ्य पर आधारित स्कीट का प्रदर्शन किया एवं रोगियों को दंत रोगों एवं सुरक्षा उपायों की शिक्षा दी। विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले छात्रों को पीजी डायरेक्टर डॉ. राजीव श्रीवास्तव द्वारा पुरस्कार प्रदान किए गए। कार्यक्रम का समापन अधिष्ठाता डॉ सतीश करंदीकर एवं एमपी स्टेट डीसीआई के प्रतिनिधि डॉ सुमित जैन द्वारा सर्टिफ़िकेट वितरण के साथ हुआ। वर्कशॉप के अंत में डॉ गौरी संवत्सरकर ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।