मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मध्य प्रदेश की 1.29 करोड़ लाडली बहनों के लिए एक बड़ी घोषणा की है। 9 नवंबर को इंदौर में, सिंगल क्लिक के जरिए मुख्यमंत्री ने 1961 करोड़ रुपये उनके खातों में ट्रांसफर किए। इसमें 1573 करोड़ रुपये लाडली बहना योजना, 55 करोड़ रुपये गैस रीफिलिंग सब्सिडी और 333 करोड़ रुपये सामाजिक सुरक्षा पेंशन के रूप में भेजे गए हैं।
जून 2023 में शुरू की गई लाडली बहना योजना में शुरूआत में हर महीने 1000 रुपये दिए जाते थे, लेकिन अगस्त में इसे बढ़ाकर 1250 रुपये कर दिया गया। अब तक मध्य प्रदेश की 1.29 करोड़ लाडली बहनों को इस योजना के तहत 18 किश्तों में यह राशि मिल चुकी है।
18,984 करोड़ रुपये का विशाल बजट
लाडली बहना योजना मुख्यमंत्री की पहल है, जो गरीब परिवारों की महिलाओं के लिए वरदान बनकर उभरी है। इस योजना के माध्यम से उनके आर्थिक स्वतंत्रता, स्वास्थ्य और पोषण में निरंतर सुधार हो रहा है। परिवार के फैसलों में महिलाओं की भागीदारी भी बढ़ी है। सरकार ने इस वित्तीय वर्ष में इस योजना के लिए 18,984 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया है।
लाडली बहनों के लिए आवासीय योजना की शुरुआत
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने ग्रामीण हाट बाजार में आयोजित एक कार्यक्रम में 450 से ज्यादा दिव्यांगजनों को लैपटॉप, मोटराइज्ड ट्राइसिकल और अन्य सहायक उपकरण वितरित किए। इस मौके पर उन्होंने कहा कि उन्हें कई कार्यक्रमों में भाग लेने का अवसर मिलता है, लेकिन ऐसे कार्यक्रमों में हिस्सा लेकर उनका मन प्रसन्न हो जाता है।
सीएम मोहन ने कहा कि हमारे जन्म का उद्देश्य पुण्य प्राप्त करना है, लेकिन दिव्यांगजनों को भी इस जीवन में अपनी क्षमताओं को दिखाने का पूरा अवसर मिलना चाहिए। फिलहाल हम अयोध्या में भगवान राम के मंदिर निर्माण को लेकर प्रसन्न हैं। रामभद्राचार्य जी आज भी सारे अध्याय याद रखते हैं।