नई दिल्ली। विधानसभा चुनाव के लिए बिहार में बड़ी उथल-पुथल मची है। जिसके चलते बीजेपी और जेडीयू के बीच की तकरार को अब गृहमंत्री अमित शाह ने समाप्त कर दी है। शनिवार को अमित शाह ने कहा कि, “जो कोई भी भ्रांतियां फैलाने का प्रयास कर रहा है। मैं आज इस पर बड़ा फुल स्टॉप लगाना चाहता हूं। नीतीश कुमार ही बिहार के अगले मुख्यमंत्री होंगे।” गृह मंत्री ने कहा कि, देश के साथ-साथ बिहार में भी मोदी लहर है और इससे गठबंधन सहयोगियों को समान रूप से मदद मिलेगी। नीतीश हमारे पुराने साथी हैं, गठबंधन तोड़ने का कोई कारण नहीं है।
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि, बिहार विधानसभा चुनावों में बीजेपी को चाहे ज्यादा सीटें मिलें, लेकिन नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री बनेंगे। उन्होंने कहा कि,उन्होंने विभिन्न पार्टी पदाधिकारियों से सलाह ली, जो हाल ही में बिहार गए थे और उन्होंने जो सीखा है वो ये है कि कोविड-19 की अवधि के दौरान प्रधानमंत्री की योजना द्वारा प्रदत्त खाद्यान्न और पैसों के हस्तांतरण से बिहार के लोगों को काफी मदद मिली है, जिससे उनके मन में एक नई छवि बनी है।
साथ ही ग्रामीण और शहरी लोगों से लिया उन्होंने कहा कि, “मैंने ऐसे लोगों से प्रतिक्रिया ली है जो प्रदेश के ग्रामीण और शहरी दोनों हिस्सों में रहे हैं। मार्च से छठ पर्व तक राज्य में वितरित खाद्यान्न, का किसी से एक पैसा भी नहीं लिया गया।”
उन्होंने कहा कि, “बिहार के लोग कभी नहीं भूलेंगे कि नीतीश कुमार ने कैसे उनके प्रवास के लिए व्यवस्था की, उनकी यात्रा के लिए भुगतान किया, प्रवासी मजदूरों को प्रति व्यक्ति 1,000 रुपये की आर्थिक सहायता दी। वही, विधानसभा चुनावों में भाजपा के अकेले लड़ने पर गृह मंत्री ने कहा कि, पार्टी का विस्तार कितना हुआ ये उस पर निर्भर करता है। जब से एनडीए बना है तब से नीतीश कुमार हमारे साथी हैं। गठबंधन तोड़ने का कोई कारण नहीं है। उन्होंने कहा कि, बीच में कुछ गड़बड़ हुई थी, लेकिन सिर्फ विस्तार के लिए अकेले लड़ना वो ठीक नहीं है। गठबंधन का एक धर्म होता है और हमने उस धर्म को निभाया है। ऊपर मोदी जी, नीचे नीतीश जी ये डबल इंजन वाली सरकार बिहार के विकास को बढ़ाएगी।