सुबह 5:50 बजे महाकाल मंदिर के ‘गर्भगृह’ (गर्भगृह) में लगी आग में 14 पुजारी और ‘सेवक’ (सहायक) घायल हो गए। मध्य प्रदेश के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि सोमवार सुबह उज्जैन के प्रसिद्ध महाकाल मंदिर में आग ‘गुलाल’ में मौजूद रसायनों के कारण लगी होगी, जो अनुष्ठानों और होली के दौरान इस्तेमाल किया जाने वाला रंगीन पाउडर है।
सुबह 5:50 बजे मंदिर के ‘गर्भ गृह’ (गर्भगृह) में लगी आग में 14 पुजारी और ‘सेवक’ (सहायक) घायल हो गए, जिनमें से आठ को श्री अरबिंदो इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में स्थानांतरित कर दिया गया। विजयवर्गीय ने स्वास्थ्य सुविधा का दौरा करने के बाद संवाददाताओं से कहा, “ऐसा लग रहा है कि SAIMS में सभी घायल खतरे से बाहर हैं, लेकिन वे अगले 24 घंटों तक निगरानी में रहेंगे।”
उन्होंने बताया कि वहां के मजिस्ट्रेट ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं और आग लगने के कारण का पता लगाया जाएगा। विजयवर्गीय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी घायल व्यक्तियों की स्वास्थ्य स्थिति के बारे में पूछताछ की है।