महापौर एवं आयुक्त द्वारा राजस्व – मार्केट विभाग की समीक्षा बैठक

ravigoswami
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महापौर श्री पुष्यमित्र भार्गव एवं आयुक्त श्री शिवम वर्मा द्वारा सिटी बस ऑफिस में राजस्व एवं मार्केट विभाग की समीक्षा बैठक ली गई। बैठक में अपर आयुक्त श्री अभिलाष मिश्रा, राजस्व मुख्यालय के श्री अरविंद नायक, समस्त सहायक राजस्व अधिकारी एवं अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

महापौर श्री पुष्यमित्र भार्गव द्वारा राजस्व विभाग की समीक्षा करते हुए झोनवार बकाया राजस्व वसूली की जानकारी लेते हुए बड़े बकायदारों से वसूली के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। इसके साथी निगम राजस्व को किस प्रकार से बढ़ाया जा सके इस संबंध में भी चर्चा की गई।

महापौर श्री भार्गव एवं आयुक्त श्री वर्मा द्वारा राजस्व एवं मार्केट विभाग की समीक्षा करते हुए, शासकिय विभागो से बकाया राजस्व की जानकारी ली गई, जी आई.एस सर्वे में सम्मिलित सम्पत्तियों की जानकारी एवं सर्वे हेतु शेष की समीक्षा, कितने खाते खोले गये। आवासीय अनुमति पर व्यवसायिक उपयोग करने वाले सम्पत्तियों का वार्डवार सर्वे करने के संबंध में निर्देश दिए गए। राजस्व विभाग की समीक्षा के तहत पचास हजार से अधिक बकायदारों से वसुली की वर्तमान स्थिती का भी जायजा लिया गया। ठोस अपशिष्ठ प्रबंधन प्रभार वसुली के संबंध में भी आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए।

महापौर श्री भार्गव द्वारा निर्देश दिए गए की करदाताओं को कर की बकाया राशि की जानकारी व जमा करने के लिए एसएमएस द्वारा सूचना दी जावे तथा करदाता द्वारा कर जमा करने के बाद कर जमा होने की जानकारी भी एसएमएस द्वारा दी जाए।इसके साथ ही यह भी निर्देश दिए कि किसी एक जोन को चिन्नाअंकित कर उस जोन की समस्त राजस्व टीम को लगाकर जोन के अंतर्गत जितने भी आवासीय करदाताओं द्वारा आवासीय कर भुगतान करते हुए व्यावसायिक उपयोग किया जा रहा है उनका सर्वे किया जाए।

इसके साथ ही महापौर श्री भार्गव द्वारा राजस्व एवं मार्केट विभाग की समीक्षा करते हुए झोनवार, वार्डवार निकाय की सम्पत्तियों की सूचि, और उनसे प्राप्त होने वाला राजस्व की समीक्षा, निकाय स्तर पर लीज आवंटन हेतु सम्बन्धित सम्पति / दुकानों/काम्पलेक्स की छत / निकाय समपत्ति की सूची की भी समीक्षा कीगई। साथ ही लीज नवीनीकरण/फी होल्ड के पेंडिंग प्रकरणों के निराकरण के लिए दिशा निर्देश दिए गए ।

बैठक में मार्केट विभाग द्वारा कितनी निगम की दुकानो का किराया वसूला गया और कितना शेष हैं, लाइसेंस नवीनीकरण एवं नवीन लाइसेंस की समीक्षा, शहर में कितनी घुमटीयां है, और उनसे कितना राजस्व आ रहा है, झोनवार ओपन लेंड और उनके मालिकाना हक की जानकारी, ताकि जिला प्रशासन से उक्त भूमि का आंवटन कराया जा सके, जिला प्रशासन से निकाय को आवंटित भुमियों की जानकारी वर्तमान स्थिती और उसमें से कितनी उपयोग हेतु शेष है, शहर में स्थित पार्किंगो की सम्पूर्ण जानकारी, शहर में पार्किंग स्थलों की संख्या और उसमे से कितनी उपयोग में आ रही है, कितने पार्किंग स्थल का शुल्क वसूला जा रहा है, कितनी मल्टीलेवल है, कितनी भुतल है, कितनी फी है के संबंध में जानकारी लेकर निर्देश दिए गए।