इंदौर। प्रदेशभर की विभिन्न बिजली कंपनियों के कामकाज में सुधार, उपभोक्ता सेवा बढ़ाने, शिकायतें घटाने, नवाचार को अपनाने एवं अन्य तकनीकी उन्नयन के लिए आन लाइन कार्यक्रम मंथन बुधवार से प्रारंभ हुआ। इसमें ऊर्जामंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, प्रमुख सचिव ऊर्जा संजय दुबे, बिजली वितरण कंपनियों के चैयरमेन आकाश त्रिपाठी ने मार्गदर्शन दिया।
प्रमुख सचिव ऊर्जा संजय दुबे ने अपने उद्बोधन में इंदौर के युवा इंजीनियरों द्वारा बनाए गए बिलिंग साफ्टवेयर एनजीबी की प्रशंसा की, इस बिलिंग साफ्टवेयर से प्रदेशभर में वर्षभर में करोड़ों बिल छप रहे है। इससे 50 करोड़ से ज्यादा की बचत हो रही है। इंदौर क्षेत्र के बिजली उपभोक्ताओं से डोर टू डोर माध्यम से बिल कलेक्शन के एप के प्रयोग की भी दुबे ने प्रशंसा की।
मप्रपक्षेविविकं के प्रबंध निदेशक अमित तोमर के निर्देश, मुख्यमहाप्रबंधक संतोष टैगोर के मार्गदर्शन में मंथन के लिए विशेष रूप से प्रजेंटेशन तैयार किया गया था। इसमें मप्रपक्षेविविकं के निदेशक मनोज झंवर ने प्रदेशभर के अधिकारियों को बताया कि एक वर्ष में मालवा निमाड़ में डेढ लाख उपभोक्ता बढ़े है, 500 मैगावाट का लोड बढ़ा है, काल सेंटर पर शिकायत निवारण का समय पहले की तुलना में 11 मिनट घटा है।
झंवर ने बताया कि 4 नए सब स्टेशन प्रारंभ किए गए है, 34 पावर ट्रांसफार्मर नए लगाए गए है, 47 की क्षमता का विस्तार हुआ है, एक वर्ष में 536 किमी नए 11 केवी लाइन स्थापित की गई है। मंथन में प्रमुख रूप से कार्यपालक निदेशक इंदौर क्षेत्र संजय मोहासे, कार्यपालक निदेशक आपूर्ति गजरा मेहता, अधिकारीगण सर्व कैलाश शिवा, एसएल करवाड़िया, एसआर बमनके, अशोक शर्मा, कामेश श्रीवास्तव, नरेंद्र बिवालकर, डॉ. शैलेष कर्दम, नवीन गुप्ता आदि ने भाग लिया। मंथन के आन लाइन आयोजन में प्रदेश के 52 जिलों के 250 अधिकारी भाग ले रहे हैं।