मुंबई। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (Corona Virus) के मामलों में लगातार कमी आ रही है। बीते 2 सालों से हम कई पाबंदियों के बीच जी रहे थे। इसी कड़ी में अब महाराष्ट्र सरकार ने एक बड़ा फैसला लेते हुए राज्य से पूरी पाबंदिया हटा दी है। यहाँ तक ही अब शनिवार से महाराष्ट्र (Maharashtra) में मास्क भी अनिवार्य नहीं है। आज यानी गुरुवार को महाराष्ट्र में हुई कैबिनेट की बैठक में इस बड़े फैसले पर मुहर लगाई गई है। इस बात की जानकारी खुद स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने दी है। उन्होंने बताया कि 2 अप्रैल से राज्य में फेस मास्क पहनना स्वैच्छिक होगा यानी अब ये जनता पर निर्भर होगा कि वे मास्क पहने या ना पहने।
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उन्होंने आगे कहा कि, राज्य मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (CM Uddhav Thackeray) की अध्यक्षता में हुई आज की इस कैबिनेट बैठक में यह निर्णय लिया गया है। स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे (Health Minister Rajesh Tope) ने कहा कि मराठी नव वर्ष गुड़ी पड़वा से महामारी रोग अधिनियम और आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत सभी COVID-19 संबंधित प्रतिबंध वापस ले लिए जाएंगे। उल्लेखनीय है कि, महाराष्ट्र में दो साल से अधिक समय के बाद अनिवार्य रूप से मास्क पहनने सहित महामारी संबंधी सभी प्रतिबंध लागू हैं। जिसके बाद अब यह सब प्रतिबन्ध हटने जा रहे है।
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उल्लेखनीय है कि, त्योहारों से पहले महाराष्ट्र सरकार की ओर से दी गई राहत से लोगों के बीच खुशी का माहौल है। बता दें कि, इस बार गुड़ी पड़वा का त्यौहार 2 अप्रैल को पड़ रहा है और इसी दिन से पाबंदियों में राहत भी दी जाने वाली है। इस तरह अब महाराष्ट्र मास्क की अनिवार्यता को खत्म करने वाला पहला राज्य बन गया है। साथ ही महाराष्ट्र के मंत्री जितेंद्र आव्हाड ने भी इसको लेकर ट्वीट किया है।