लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा ने अपनी पहली 195 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है। चुनाव से पहले बीजेपी नेतृत्व गुट एनडीए का कुनबा बढ़ता जा रहा है। इस बीच राष्ट्रीय लोक दल के भी एनडीए में शामिल हो गया है। बता दें रालोद के अध्यक्ष जयन्त चौधरी ने दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह व भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भेंट की और आधिकारिक रूप से एनडीए गुट में शामिल हुए ।
वहीं जयंत चौधरी के एनडीए में आने पर अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नीतियों पर विश्वास प्रकट करते हुए चौधरी के एनडीए में आने से किसान, गरीब और वंचित वर्ग के उत्थान का हमारे संकल्प को और बल मिलेगा। उन्होंने लोकसभा चुनाव में एनडीए 400 सीट का आंकड़ा पार कर अमृत काल में विकसित भारत के निर्माण के लिए कटिबद्ध है।
जानकारी के अनुसार भाजपा ने ज्यादातर नामों को रिपीट कर दिया है, जिसकी वजह रालोद का साथ आना बताया जा रहा। पार्टी ने जीत की संभावनाओं को मजबूत देख पुराने चेहरों पर ही दांव खेल दिया। इसी को देखते हुए बीजेपी ने पहली सूची में बागपत और बिजनौर सीट पर प्रत्याशी घोषित नहीं किया गया, जहां जयन्त चौधरी अपने पार्टी के दो चेहरों को बड़ा गिफ्ट देंगे।
इन सीटों पर भाजपा को होगी बढ़त
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि कैराना, मुजफ्फरनगर, नगीना, रामपुर, संभल, अमरोहा, मुजफ्फरनगर, बुलंदशहर, मथुरा, आगरा, फतेहपुर सीकरी, बुलंदशहर जैसी सीटों पर रालोद भाजपा की डगर आसान करेगा।
गौरतलब है कि पिछले लोकसभा चुनाव की बात करें तो आरएलडी ने सपा और बसपा से गठबंधन कर ताल ठोंकी थी। 2019 के चुनाव में रालोद तीन सीटों पर चुनाव लड़ी थी। बागपत, मुजफ्फरनगर और मथुरा। इन तीनों ही सीटों पर भाजपा के प्रत्याशियों से उसे हार का सामना करना पड़ा था। हालांकि मथुरा को छोड़कर बाकी दो सीटों पर जीत का अंतर काफी कम था।