लोकसभा चुनाव 2024 के लिए सभी बड़ी पार्टियों के प्रचार-प्रसार शुरू होने जा रहे है। जिसको लेकर एक बार फिर देश में हलचल मच गयी है। भाजपा की तरफ से प्रधानमंत्री और अन्य दिग्गज नेता भी रैली और जन आभार यात्रा में शामिल हो रहे है। वहीं दूसरी और कांग्रेस भी अपनी ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ 14 जनवरी से शुरू होने वाली है। जिसको लेकर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह है
लोकसभा चुनाव से पहले जनवरी की 13 और 15 तारीख को बड़ा अहम माना जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 जनवरी से लोकसभा चुनाव 2024 का आगाज़ करने जा रहे है। पीएम मोदी यह आगाज़ बिहार के चम्पारण जिलें से शुरू होगा। इन्हीं के साथ बसपा सुप्रीमो मायावती भी 15 जनवरी को अपना लोकसभा चुनाव का प्रचार-प्रसार शुरू करने से पहले मायावती किस पार्टी में शामिल होंगी, यह वह 15 जनवरी को प्रेस कांफ्रेंस में इस बात पर चर्चा करेगी।
अखिलेश ने बसपा की बैठक से पहले एक बड़ा और विवादित बयान दिया है कि बसपा को शामिल कर लिया तो चुनाव बाद, जो कुछ होगा, उसकी जिम्मेदारी कौन लगा। इस पर मायावती ने ट्वीट कर कहा कि अपनी व अपनी सरकार की दलित-विरोधी आदतों, नीतियों एवं कार्यशैली से मजबूर सपा प्रमुख द्वारा बीएसपी पर अनर्गल तंज कसने से पहले उन्हें अपने गिरेबान में भी झांंककर जरूर देख लेना चाहिए कि उनका दामन भाजपा को बढ़ाने व उनसे मेलजोल के मामले में कितना दागदार है।