Lemon Plant Care : घर में रंग-बिरंगे फूलों के पौधे लगाना सभी को पसंद होता है, लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते हैं, जिन्हें फूलों के पौधों के अलावा मौसमी सब्ज़ियों और फलों के पौधों को उगाना भी बहुत अच्छा लगता है। जब बात गर्मियों की आती है, तो इस मौसम में खासतौर पर तरल पदार्थों और ठंडी चीज़ों का सेवन बढ़ जाता है।
ऐसे में नींबू का इस्तेमाल अत्यधिक होता है, और गर्मी में नींबू की ताजगी सभी को पसंद आती है। हालांकि, बाजार में नींबू की डिमांड बढ़ने के साथ ही उसकी कीमतें भी आसमान छूने लगती हैं। ऐसे में अगर आप घर पर नींबू का पौधा लगाने का विचार कर रहे हैं, तो यह आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है।
नींबू का पौधा कैसे लगाएं और उसकी देखभाल कैसे करें?
बहुत से लोग सोचते हैं कि नींबू का पौधा लगाना तो आसान है, लेकिन उसकी देखभाल करना मुश्किल होता है। कई बार नींबू का पौधा फल देने के कुछ दिनों बाद ही फल देना बंद कर देता है, और इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं। सबसे आम कारण है मिट्टी में पोषक तत्वों की कमी।
अगर आप चाहते हैं कि आपके नींबू के पौधे पर ज्यादा फल लगें, तो मिट्टी में नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्वों की सही मात्रा का होना बेहद जरूरी है। अगर इन पोषक तत्वों की कमी होती है, तो पौधे में फल नहीं आते हैं।
इसके अलावा, नींबू के पौधे में फल न लगने के कुछ और कारण भी हो सकते हैं, जैसे:
- धूप की कमी : नींबू के पौधे को भरपूर धूप की आवश्यकता होती है। अगर यह पौधा ठीक से सूरज की रोशनी में नहीं रहता, तो भी फल नहीं लग पाते।
- छोटे गमले का इस्तेमाल : अगर आप नींबू का पौधा छोटे गमले में लगाते हैं, तो यह भी एक बड़ा कारण हो सकता है। नींबू के पौधे को फल देने के लिए कम से कम 18 इंच का गमला होना चाहिए। छोटे गमलों में पौधा ठीक से विकसित नहीं हो पाता।
- पानी की कमी : नींबू के पौधे को पानी की आवश्यकता अधिक होती है। ध्यान रखें कि पौधे की मिट्टी हमेशा नम हो, सूखी मिट्टी नींबू के पौधों के लिए हानिकारक हो सकती है।
नींबू के पौधों के लिए सर्वोत्तम उर्वरक (फर्टिलाइज़र)
नींबू के पौधों के लिए अच्छे पोषक तत्वों का होना बहुत जरूरी है, और इसके लिए आपको महंगे उर्वरक की आवश्यकता नहीं है। आप घर पर ही एक बेहतरीन लिक्विड फर्टिलाइज़र बना सकते हैं। इसके लिए निम्नलिखित तरीका अपनाएं:
- गोबर के उपले : सबसे पहले गोबर के उपलों को छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ लें।
- पानी में घोल बनाना : इन टुकड़ों को पानी में डालकर अच्छे से घोल तैयार कर लें।
- घोल को रखें : इस घोल को 2-3 घंटे के लिए छोड़ दें ताकि गोबर के उपले के सारे पोषक तत्व पानी में घुल जाएं।
- फर्टिलाइज़र का प्रयोग : अब आपका लिक्विड फर्टिलाइज़र तैयार है। इसे आप नींबू के पौधे में डाल सकते हैं, जिससे पौधे को प्राकृतिक पोषण मिलेगा।
इस तरह से आप अपने नींबू के पौधे की देखभाल कर सकते हैं और अच्छी गुणवत्ता के फल प्राप्त कर सकते हैं। घर में ताजे नींबू होने से न सिर्फ आपकी रसोई में आसानी होगी, बल्कि आपको बाजार के महंगे नींबू भी नहीं खरीदने पड़ेंगे।











