खंडवा: कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में अधिकारियों ने ली कोरोना रोकथाम समीक्षा, आयुक्त ने दिए निर्देश

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इंदौर: प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने प्रदेश के भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारियों को जिलेवार समीक्षा के लिए जिम्मेदारी सौंपी है। इसी क्रम में प्रदेश के वाणिज्य कर आयुक्त राघवेन्द्र सिंह ने शनिवार को इंदौर संभाग के खंडवा जिले के कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में अधिकारियों की समीक्षा बैठक लेकर जिले में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए किए गए उपायों, कोरोना संक्रमण की जांच व कोविड वैक्सीनेशन की प्रगति की विस्तार से समीक्षा की।

इस दौरान खंडवा जिला कलेक्टर अनय द्विवेदी, पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह, अपर कलेक्टर राजेश जैन, जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी नंदा भलावे कुशरे, एसडीएम हरसूद डॉ. परीक्षित झाडे, सहायक कलेक्टर श्रेयांश कुमट, मेडिकल कॉलेज के डीन अनंत पंवार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. डी.एस. चौहान, नगर निगम आयुक्त हिमांशु भट्ट सहित विभिन्न अधिकारी मौजूद थे।

वाणिज्य कर आयुक्त सिंह ने बैठक में निर्देश दिए कि जिले के सभी शासकीय अधिकारी कर्मचारियों व फ्रंट लाइन वर्कर्स का शत प्रतिशत टीकाकरण एक सप्ताह में पूर्ण करें। इसके लिए सभी जिला अधिकारियों से इस बात का प्रमाण पत्र भी लिया जायें कि उनके विभाग का कोई भी अधिकारी कर्मचारी टीकाकरण के लिए शेष नहीं है।

उन्होंने कहा कि 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी नागरिकों को टीकाकरण कराने के लिए प्रेरित किया जायें। वाणिज्य कर आयुक्त श्री सिंह ने बैठक में नगर निगम आयुक्त को शहरी क्षेत्र में तथा जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी को ग्रामीण क्षेत्र में पंचायत सचिवों व पटवारियों के माध्यम से सार्वजनिक स्थलों व दुकानों पर सोशल डिस्टेंसिंग के लिए गोले बनवाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव ही सबसे अच्छा उपाय है, बचाव के लिए मास्क सभी लगाएं। मास्क न लगाने वाले व्यक्तियों पर अर्थदण्ड लगाया जाये।

वाणिज्य कर आयुक्त सिंह ने बैठक में कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सबसे जरूरी है कि हर व्यक्ति अपने सामने आने वाले प्रत्येक व्यक्ति को ‘‘लक्षण रहित कोरोना पॉजिटिव‘‘ मानकर ही व्यवहार करें। ऐसा न करने पर लापरवाही की संभावना रहती है, जिसके कारण व्यक्ति संक्रमित हो सकता है। उन्होंने कहा कि होम आइसोलेशन वाले कोरोना संक्रमित मरीजों से डॉक्टर्स व अन्य अधिकारी दिन में दो बार वीडियो कॉल कर उनके स्वास्थ्य की जानकारी लेते रहें। उन्होंने रेल्वे स्टेशन व बस स्टेण्ड पर आने वाले यात्रियों की लगातार स्क्रीनिंग कराने के लिए भी निर्देश दिए।

वाणिज्य कर आयुक्त सिंह ने बैठक में कहा कि इंदौर से आते समय उन्होंने छैगांवमाखन, देशगांव, धनगांव, भोजाखेड़ी आदि ग्रामों में अनुभव किया कि ग्रामीण क्षेत्र में लोग मास्क नही लगा रहे है। उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन के बाद भी मास्क जरूर लगायें, इसके लिए नागरिकों को प्रेरित किया जाये। उन्होंने बताया कि वैक्सीनेशन के बाद यदि कोई व्यक्ति पॉजिटिव हो भी जाता है तो उसके शरीर पर कोरोना संक्रमण का प्रभाव गंभीर व जानलेवा नही होगा।

इससे पूर्व कलेक्टर द्विवेदी ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए जिले में किए जा रहे प्रयासों की जानकारी प्रजेन्टेंशन के माध्यम से दी। इस दौरान बताया गया कि नागरिकों को मास्क लगाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है तथा 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी नागरिकों से वैक्सीनेशन की अपील भी की गई है। उन्होंने बताया कि सभी शासकीय अधिकारी कर्मचारियों व फ्रंट लाइन वर्कर्स का आगामी एक सप्ताह में शत प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित किया जा रहा है।

जिला अस्पताल में वैक्सीनेशन की व्यवस्थाएं देखी-
वाणिज्य कर आयुक्त सिंह ने शनिवार को अपने भ्रमण के दौरान जिला अस्पताल के नवनिर्मित भवन के बी ब्लॉक में वैक्सीनेशन सेंटर व ऑक्सीजन सप्लाय सेंटर पर जाकर व्यवस्थाएं देखी। उन्होंने वैक्सीनेशन सेंटर पर टीकाकरण करवाने वाले नागरिकों से चर्चा कर उन्हें टीकाकरण के बाद भी मास्क लगाने की समझाइश दी। उन्होंने टीकाकरण केन्द्र के बाहर भी गोले बनवाने के निर्देश मुख्य चिकित्सा अधिकारी व सिविल सर्जन को दिए।