झारखंड (Jharkhand) के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) की कुर्सी खतरे में आ गई है। राज्य में हो रहे अवैध खनन के मामले में यह स्थिति निर्मित हुई है।भारतीय जनता पार्टी के द्वारा हेमंत सोरेन पर मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए रांची के अनगड़ा में पत्थर की खदान लीज पर लेने की शिकायत की गई थी। बीजेपी ने फरवरी 2022 में झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस को ज्ञापन सौंपकर यह आरोप लगाया था कि मुख्यमंत्री के पद पर रहते हुए हेमंत सोरेन ने अपने नाम से रांची के अनगड़ा में पत्थर खनन लीज आवंटित करा ली। इसे मुख्यमंत्री जैसे महत्वपूर्ण पद पर रह कर आर्थिक भ्र्ष्टाचार करने के रूप में देखते हुए भारतीय जनता पार्टी के द्वारा हेमंत सोरेन को विधानसभा की सदस्यता से निष्कासित करने की मांग की गई है।
Also Read-zomato : विवादित हुआ ऋतिक रोशन का ‘महाकाल की थाली’ का विज्ञापन, उज्जैन के पुजारी हुए नाराज
आने वाला है कोर्ट का फैसला, जा सकती है सदस्यता
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के राज्य में अवैध खनन में मुख्य भूमिका में होने के मामले में भारतीय जनता पार्टी के द्वारा कोर्ट में शिकायत की गई थी। अब सुनने में आ रहा है कि जल्द ही अब इस पर अदालत का फैसला आ सकता है और उम्मीद की जा रही है कि अदालत के इस मामले में आने वाले फैसले के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को विधायकी के साथ ही सीएम का पद भी छोड़ना पड़ सकता है।
Also Read-Stock Market : अडानी ग्रुप की हर कम्पनी ने दिया बम्पर रिटर्न, निवेशकों की हुई चांदी
चर्चा है कि वह अपनी पत्नी को मुख्यमंत्री बना सकते हैं
झारखंड की इस मौजूदा स्थिति में कयास लगाए जा रहे हैं कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने पद को छोड़कर अपनी पत्नी को मुख्यमंत्री पद पर आसीन कर सकते हैं। राजनैतिक दांव पेंच का सहारा लेकर सीएम सोरेन अपनी ख्याति को बचाने का पूरा प्रयास करेंगे ऐसी संभावनाएं राजनैतिक गलियारों में सुनने को मिल रही हैं।