देवास माता टेकरी की खुलीं 21 दान पेटियां, निकले आभूषण, विदेशी करेंसी और भक्तों की भावनाओं से भरी भरी अर्जियां

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By Pinal PatidarPublished On: October 4, 2025

देवास की प्रसिद्ध माता टेकरी पर इस साल नवरात्र के दौरान भक्तों की आस्था का अद्भुत संगम देखने को मिला। मां तुलजा भवानी और मां चामुंडा के दरबार में नौ दिनों तक लाखों श्रद्धालु उमड़े। भक्तों की इसी आस्था के प्रतीक स्वरूप, आज दोनों मंदिरों की कुल 21 दान पेटियां खोली गईं। सूत्रों के अनुसार, गिनती सुबह 10 बजे शुरू हुई और देर रात तक जारी रहने की संभावना है। पूरे नवरात्र के दौरान करीब दस लाख भक्तों ने माता के दर्शन किए थे। इस वजह से इस बार दान की मात्रा भी पिछले वर्षों की तुलना में काफी अधिक बताई जा रही है।

व्यवस्था के लिए सख्त सुरक्षा और प्रशासनिक तैयारी


नवरात्र के दौरान टेकरी परिसर में जबरदस्त भीड़ को देखते हुए कलेक्टर, एसपी सहित जिले के सभी वरिष्ठ अधिकारी लगातार निगरानी में रहे। दर्शन व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए करीब 800 सुरक्षाकर्मियों को दिन-रात ड्यूटी पर लगाया गया था। दान पेटियों की गिनती के लिए भी प्रशासन ने विशेष टीम बनाई है, जिसमें 100 से अधिक कर्मचारी, कोटवार, पटवारी, आरआई और तीन तहसीलदार शामिल हैं। मंदिर समिति के सदस्यों और स्थानीय स्वयंसेवकों ने भी इस प्रक्रिया में सक्रिय सहयोग दिया।

अर्जियों में झलकी भावनाएं और समाज की सोच

दान पेटियों से केवल पैसे ही नहीं, बल्कि लोगों की भावनाओं से लिखे सैकड़ों पत्र और अर्जियां भी निकलीं। इनमें किसी ने प्रेम विवाह की मंजूरी, तो किसी ने सरकारी नौकरी की कामना की। कुछ भक्तों ने घर बनवाने, परिवार की सुख-शांति, और बीमार परिजनों के स्वास्थ्य लाभ की अर्जी मां के चरणों में अर्पित की। इसके साथ ही, कुछ पत्रों में सामाजिक और पर्यावरणीय संदेश भी झलकते दिखे- जैसे “मां, शहर को प्लास्टिक मुक्त कराइए” जैसी मांगें।

विदेशी मुद्रा और आभूषण भी मिले दान में

भक्तों द्वारा मां को अर्पित की गई दान पेटियों में इस बार केवल भारतीय करेंसी ही नहीं, बल्कि नेपाल, सिंगापुर और अन्य देशों के नोट व सिक्के भी मिले। कई पेटियों से सोने-चांदी के आभूषण और कीमती वस्तुएं भी निकलीं। यह दर्शाता है कि माता टेकरी की ख्याति केवल देश में ही नहीं, बल्कि विदेशों में बसे श्रद्धालुओं के बीच भी है।

एक चिट्ठी बनी चर्चा का केंद्र

दान पेटियों से निकला एक पत्र प्रशासनिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है। इस पत्र में लिखा है- मां, देवास के विधायक, सांसद और महापौर को सद्बुद्धि दें। शहर की सड़कों से अतिक्रमण हटवाइए और देवास को पोस्टर-बैनर से मुक्त कराइए। इस चिट्ठी को हाल ही में शहर में हुए फ्लेक्स और होर्डिंग हटाने के विवाद से जोड़ा जा रहा है। यह चिट्ठी लोगों की साफ-सुथरे और व्यवस्थित शहर की इच्छा को भी दर्शाती है।

पारदर्शी तरीके से हो रही पूरी गिनती

मंदिर प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि दान पेटियों से मिली हर राशि और वस्तु की गिनती पारदर्शी तरीके से रिकॉर्ड की जा रही है। पूरी प्रक्रिया पर वीडियो रिकॉर्डिंग भी की जा रही है ताकि भविष्य में किसी प्रकार का विवाद न हो। स्थानीय प्रशासन का कहना है कि नवरात्र के दौरान मिले सभी दान और अर्जियों को विधिवत सुरक्षित रखा जाएगा, और दान राशि का उपयोग मंदिर परिसर के विकास और भक्तों की सुविधाओं में किया जाएगा।