International Women’s Day : लड़कियों की खरीद फरोख्त करने वाले बांग्लादेशी तस्कर मामून को पकड़ना आसान बात नहीं थी लेकिन इंदौर की थानेदार ने खुद की बोली लगाकर ये काम कर दिखाया है। बताया जा रहा है कि मुंबई के नालासोपारा जैसी घनी बस्ती में रहने वाला मामून कई सालों से लड़कियों को खरीद और बेच रहा था। ऐसे में इंदौर की एसआइ प्रियंका शर्मा ने उसे फ़साने के लिए खुद की बोली उसके सामने लगाई।
दरअसल, 3 दिन बाद जब बस्ती से मामून बाहर निकला तो इंदौर की एसआई प्रियंका ने उसे दबोच लिया और इंदौर ले आई। जानकारी के मुताबिक, प्रियंका शर्मा भोपाल की रहने वाली है। वह 2017 बैच की सब इंस्पेक्टर है। उनके दादा भी पुलिस रह चुके हैं। दरअसल, उन्हें पुलिस की वर्दी में देख कर प्रियंका ने भी ये ही पेशन अपनाया। और उन्होंने भी पुलिस सेवा में जाने की ठानी।
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आपको बता दे, कंप्यूटर साइंस करने के बाद पुलिस में एसआइ पद के लिए उनका चयन हो गया। दरअसल, जेएनपीए में ट्रेनिंग लेने के बाद उनकी पहली पोस्टिंग इंदौर के विजय नगर में हुई है। उसके बाद से ही लसूड़िया और एमआइजी थाने में महिला अफसर न होने के कारण महिलाओं से संबंधित अपराधों के लिए प्रियंका को ही याद किया जाने लगा।
बताया जाता है कि पिछले साल नवंबर में जाल बिछा कर बांग्लादेश के मानव तस्कर मामून को मुंबई से पकड़ लाइ थी वह। इसके बाद से ही देशभर की जांच एजेंसी सकते में आ गई। बता दे, प्रियंका जानती थी कि मामून जिसे एनआइए व सीआइडी नहीं ढूंढ पाई, उसे पकड़ना आसान नहीं है। लेकिन उसने खुद की बोली लगाने का जाल बिछाया और फिर दलालों के जरिए खबर भिजवा दी कि उप्र की एक लड़की बिकने के लिए आई है। ऐसे में 3 दिन के अंदर ही उन्होंने उस मामून को अपने कब्जे में ले लिया।