इंदौर का खाद्य विभाग बन गया है रिश्वतखोरों का सबसे बड़ा अड्डा बन गया है

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अर्जुन राठौर

Indore News : इंदौर का खाद्य विभाग रिश्वतखोरों का सबसे बड़ा अड्डा बन चुका है यहां पर नियुक्त एक इंस्पेक्टर को कल लोकायुक्त द्वारा 15000 की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया इस पर यह आरोप है कि कंट्रोल की दुकान वाले का निरीक्षण नहीं करने के एवज में 15000 प्रति माह की मांग की जा रही थी कंट्रोल दुकानदार ने इस पूरे मामले की शिकायत लोकायुक्त में की थी और इसके बाद लोकायुक्त की टीम ने इस रिश्वतखोर इंस्पेक्टर को धर दबोचा।

उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी घमासान डॉट कॉम द्वारा यह रिपोर्ट प्रकाशित की गई थी कि कंट्रोल दुकानों की अनियमितताओं को लेकर फूड इंस्पेक्टर रिश्वतखोरी कर रहे हैं और यही वजह है कि कंट्रोल दुकानों पर आने वाला माल जो गरीबों में बांटा जाना चाहिए उसे बाजार में बेच दिया जाता है यही नहीं कंट्रोल की दुकानों पर जो उपभोक्ताओं की सूची बनाई गई है उसमें भी बड़े पैमाने पर घोटाले होते हैं महू में तो एक बड़ा माफिया पकड़ा गया था जिस पर प्रशासन ने कठोर कार्रवाई की थी।

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इसके बावजूद गरीबों के अनाज पर डाका डालने वाले अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं खाध विभाग प्रतिमाह कंट्रोल दुकानों से लाखों रुपए की रिश्वत इकट्ठा करता है यदि लोकायुक्त इंदौर के खाद्य विभाग में तैनात इंस्पेक्टरों की संपत्ति की जांच करें तो बहुत बड़ा घोटाला सामने आएगा । उल्लेखनीय है कि एक तरफ तो शिवराज सरकार गरीबों को मुफ्त राशन देने की घोषणा करती है और दूसरी तरफ सरकार के ही रिश्वतखोर इंस्पेक्टर कंट्रोल वालों को इस बात की छूट दे देते हैं कि वे बाजार में माल बेच दें और इसके एवज में उन्हें प्रतिमाह रिश्वत दे।