भोपाल: देश में कोरोना की नई लहर ने तांडव मचा रखा है, ऐसे में कई राज्य इसकी चपेट में आ चुके है, बता दें कि देश के पांच बड़े राज्य दिल्ली, महाराष्ट्र, कर्नाटक और मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमितों की संख्या थमने का नाम नहीं ले रही है, साथ ही मध्यप्रदेश में बढ़ते कोरोना को लेकर प्रदेश सरकार ने कड़े नियमों को लागू किया है, लेकिन कई जिलों में संक्रमितों की संख्या इतनी बढ़ गई है कि यहां अस्पतालों में बेड और दवाइयों की कमी आ गई है।
मध्यप्रदेश के जिलों में मरीजों की संख्या के इजाफे से इस वायरस से निपटने के एक मात्र शस्त्र साबित हुआ रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी पड़ गई है, और ऐसे समय में रेमडेसिविर संक्रमित मरीजों के लिए किसी संजीवनी से कम नहीं है, लेकिन इसको लेकर प्रदेश में लूट-मार मची हुई है, एक ओर इसकी कमी पड रही है दूसरी और इस इंजेक्शन के दाम ने लोगों की कमर तोड़ दी है।
बता दें कि देश में एक कंपनी का रेमडेसिविर का इंजेक्शन की कीमत 800-900 रुपये है और अन्य कंपनियां इसी इंजेक्शन को 4000 से लेकर 5400 रुपये तक बेच रही हैं। इंदौर में संक्रमितों की संख्या जिस तरह बढ़ रही है ठीक उसी तरह इस इंजेक्शन की भी कमी आई ही है, साथ ही इंजेक्शन को खरीदने के लिए दवा बाजार में बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं।
इंदौर में कोरोना से हाहाकार मचा हुआ है साथ ही रेमडेसिविर इंजेक्शन की भी कमी आ रही है, इतना ही नहीं इस मुसीबत के समय में भी इस संजीवनी साबित हुए इंजेक्शन की कालाबाज़ारी हो रही है, हालत यह है कि बुधवार सुबह से ही शहर के कई मेडिकल स्टोर्स के बाहर इंजेक्शन खरीदने वालों की भीड़ लग गई। दुकानों पर पड़ रही इस भीड़ के लिए दुकानदारों ने कई इंतजाम किया है, उन्होंने अपनी दुकानों के बार इस इंजेक्शन के उपलब्ध न होने की नोटिस भी लगाई है।
यो आई इंजेक्शन की इतनी कमी-
दरअसल इस साल की शुरुआत में ऐसा लग रहा था मानो देश से कोरोना खत्म सा हो गया है, जिस कारण जो कुछ कंपनी इस इंजेक्शन को बनाती है उन्होंने इसके प्रोडक्शन को रोक दिया था, इतना फरवरी आते-आते देश में जब कोरोना का संक्रमण बहुत कम हो गया तो कंपनियों ने रेमडेसिविर बनाना भी बंद कर दिया और बचे हुए इंजेक्शन भी एक्सपाइरे हो गए है।