इंदौर(Indore News) : इन्दौर जिले मे चोरी/ नकबजनी पर अंकुश लगाने हेतु पुलिस उप महानिरीक्षक(Deputy Inspector General of Police) इन्दौर (INDORE ) मनीष कपूरिया (Manish Kapuria) द्वारा इनके प्रकरणों में गंभीरता पूर्वक प्रभावी कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये हैं । उक्त निर्देशो के तारतम्य में पुलिस अधीक्षक (पूर्व) इंदौर आशुतोष बागरी के मार्गदर्शन मे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (पूर्व) (जोन-1) जयवीर सिह भदौरिया व नगर पुलिस अधीक्षक संयोगितागंज पुर्ती तिवारी के द्वारा दिए गए दिशा निर्देश अनुसार कार्यवाही करते हुए पुलिस थाना पलासिया द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए, चोरी का खुलासा कर, फरियादिया के रुपये दिलवाए गए।
पुलिस थाना पलासिया पर दिनांक 26.10.2021 को फरियादिया कृति पिता अशोक नेमा निवासी साकेत नगर ने थाना मैं रिपोर्ट किया कि कोई धीरे धीरे करके उनके घर की अलमारी में रखे नोटों की गड्डी से रुपये निकाल रहा है। कुछ दिन पहले उन्होनें 57000 रुपये रखे थे, और कोई खर्च भी नही किया।आज जब गिने तो 20 हजार रुपये कम थे। उक्त सूचना पर थाना प्रभारी संजय सिंह बैंस के मार्गदर्शन में उप निरीक्षक एम एल मालवीय तथा महिला आरक्षक सबीना द्वारा फरियादिया के घर का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण करने से स्पष्ट हुआ कि किसी प्रकार का ताला नहीं टूटा है तथा कोई बाहरी व्यक्ति ने पैसे नहीं निकाला है।
फरियादिया के घर काम करने वाले लोगों से पूछताछ की गई, तो घर में काम करने वाली बाई की नाबालिग लड़की की गतिविधि संदिग्ध लगी। जब उससे हिकमत अमली से पूछताछ की गई तो उसने घटना कबूल करते हुए बताया कि महंगा मोबाइल खरीदने के लिए उसने धीरे-धीरे करके पैसे चुराकर इकट्ठा किया है । उक्त नाबालिग ने यह भी बताया कि इसके पूर्व भी थोड़े थोड़े पैसे घर से चुराती रही है तथा अपने शौक पूरे करती रही है। नाबालिग ने अपने माता-पिता को भी घटना के बारे में नहीं बताया।
नाबालिक बच्ची ने मोबाइल के लिए चुराए पैसे फरियादिया को वापस कर दिए । नाबालिक के माता-पिता मेहनत मजदूरी करते हैं फरियादिया ने बताया कि काफी समय पूर्व से इसके माता-पिता घर पर इमानदारी से काम करते रहे हैं, इसलिए नाबालिक बच्ची को सुधरने का मौका दिया जाए इसके विरुद्ध कार्यवाही नहीं चाहती है। फरियादिया कृति नेमा ने इंदौर पुलिस की त्वरित कार्यवाही की प्रशंसा कर, टीम को धन्यवाद दिया गया।उक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी संजय सिंह बैंस के मार्गदर्शन में उपनिरीक्षक एम एल अहिरवार तथा महिला आरक्षक सबीना की भूमिका सराहनीय रही।