इंदौर एक अप्रैल, 2021: आईपीसीए लैबोरेटरी और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की टीम द्वारा गत दिवस सीबीआरएन (केमिकल, बॉयोलॉजिकल, रेडियोलॉजिकल और न्यूक्लियर) का मॉक अभ्यास किया गया। 11वीं एनडीआरएफ के कमांडेंट मनोज कुमार शर्मा के कुशल निर्देशन में एनडीआरएफ भोपाल की टीम व आईपीसीए लैबोरेटरी इंदौर के साथ मॉक अभ्यास किया गया।
जिसका मुख्य उद्देश्य किसी भी रासायनिक आपदा के दौरान घायल व चोटिल व्यक्तियों के अमूल्य जीवन की रक्षा करना, सभी रेस्पोंस एजेंसियों का रेस्पोंस चेक करना व सभी स्टेक होल्डर्स के बीच आपसी समन्वय स्थापित करना है। साथ ही मॉक अभ्यास द्वारा खोज, राहत व बचाव कार्य के संचालन में आने वाली कमियों की समीक्षा कर उन्हें दूर करना भी है।
मॉक अभ्यास के प्रथम चरण में एनडीआरएफ के अधिकारियों, आईपीसीए लैबोरेटरी लिमिटेड के अधिकारियों तथा अन्य हितधारकों द्वारा बैठक कर इस सीबीआरएन मॉक अभ्यास की सम्पूर्ण रूप रेखा तैयार की गयी। इस मॉक अभ्यास का सम्पूर्ण नेतृत्व एनडीआरएफ के टीम कमांडर इंस्पेक्टर रामकुमार मालवीय द्वारा भोपाल टीम के 35 सदस्यी पूर्ण प्रशिक्षित टीम द्वारा किया गया। रामकुमार मालवीय ने बताया कि आपसी समन्वय से सकारात्मक पहल व सशक्त रिस्पोंस सिस्टम को विकसित करने से इस तरह सीबीआरएन आपदाओ में होने वाली दुर्घटनाओ से आसानी से निपटा जा सकेगा और समय-समय पर इस तरह के मॉक अभ्यास द्वारा जीवन की रक्षा की जा सकेगी।
इस मॉक अभ्यास के दौरान मैनेजर चंद्रसेन हेलाल, एचआर प्रवीण त्रिपाठी, सेफ्टी अफसर राहुल अग्रवाल, सेफ्टी इंचार्ज प्रतुल रॉय, अभय शुक्ला, डीएन शुक्ला, एनडीआरएफ के सब इंस्पेक्टर सत्यजीत सिंह, कम्युनिकेशन आईसी सुनील कुमार और लैबोरेटरी के अन्य स्टाफ भी मौजूद रहे।