Indore News : झांसा देकर व्यापारी का अपहरण कर पैसा ऐंठने वालें 5 गिरफ्तार

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इन्दौर (Indore News) : शहर में अवैधानिक गतिविधियों पर अंकुश लगानें एवं इनमें लिप्त आरोपियों के विरूद्व प्रभावी कार्यवाही करनें के निर्देश पुलिस आयुक्त इन्दौर शहर श्री हरिनारायणचारी मिश्र एवं अति पुलिस आयुक्त इन्दौर श्री मनीष कपूरिया के द्वारा दिये गये है।

उक्त निर्देशों के तारतम्य में पुलिस उपायुक्त जोन 3 श्री धर्मेंद्र सिंह भदौरिया एवं अति पुलिस उपायुक्त जोन 3 श्री शशिकांत कनकनें के मार्गदर्शन में सहायक पुलिस आयुक्त सुश्री पूर्ति तिवारी के निर्देशन में पुलिस थाना छोटी ग्वालटोली द्वारा निरतंर कार्यवाही की जा रही है। जिसके अंतगर्त सस्तें दाम पर सिगरेट दिलानें के नाम पर अपहरण कर रूपयें ऐठनें वालें आरोपियों को गिरफ्तार करनें मे सफलता प्राप्त की है।

पुलिस थाना छोटी ग्वालटोली पर नागपुर महाराष्ट्र निवासी रोहित अग्रवाल ने शिकायत की और बताया कि नागपुर में वह मेडिसिन का व्यापार करता है एवं अपने व्यापार के सिलसिले में अक्सर उसका इंदौर आना होता है। 3 महीने पहले विजयनगर इलाके के एक बार में रोहित की मुलाकात आशीष गुर्जर निवासी सुंदरनगर से हुई थी इस दौरान उसनें बताया था कि उसके पास 36 कार्टून सिगरेट है जो उसे काफी कम दाम में मिल जाएगी। दोनों के बीच सिगरेट के सौदे को लेकर बात होती रही। रोहित ने यह बात अपने ससुर को बताई व उनके लिए सिगरेट खरीदने के लिए रोहित 29 दिसंबर को इंदौर आया था। आशीष से मिलकर उसे 1 लाख रुपए एडवांस दिए थे। आशीष ने कहा था कि जब वह फोन करेगा तब माल लेने के लिए आ जाना।

3 जनवरी को सिगरेट देने के लिए रोहित को इंदौर बुलाया था वह छोटी ग्वालटोली इलाके में होटल नीलम में रुका था। वहां आशीष और उसका एक साथी रोहित से मिलने भी आए। सौदा तय होने के बाद में रोहित ने 4 जनवरी को अपने ससुर रामअवतार को आगरा से 10 लाख रुपए लेकर बुलवाया। वे लोग उसे माल दिलवाने के बहाने मांगलिया का कहकर साथ ले गए। आशीष के दो साथी होटल नीलम में रोहित के ससुर रामावतार के साथ थे । मांगलिया बाईपास पर ले जाकर इन लोगों ने रोहित को एक कार में जबरन बैठाने की कोशिश की उसने विरोध किया तो एक बदमाश ने उसे रिवाल्वर अड़ाई। कार में बैठाने के बाद उसे डराया और मारा पीटा गया।

रिवाल्वर अडाकर कहा कि अपने ससुर को फोन करें कि माल मिल गया है, पेमेंट दे दे। इसी के बाद रोहित ने फोन कर 8.80 लाख रुपए दिलवा दिए। होटल में रुके बदमाश पैसा लेकर वहां से निकल गए। बाद में आशीष और उसके साथी रोहित से और रुपए की मांग करने लगे। बाद में 1.20 लाख रुपए और उन्होंने रामावतार से होटल आकर ले लिए। बाद में रोहित के मोबाइल की सिम तोड़कर फेंक दी व उसे निरंजनपुर में सुनसान जगह पर छोड़कर बदमाश भाग निकले। जाते समय उसे धमकी दी थी कि अपने ससुर को लेकर इंदौर से चले जाए किसी को घटना के बारे में बताया तो उसकी हत्या कर देंगे। वह ससुर के पास पहुंचा और उन्हें पूरी घटना के बारे में बताया। बाद में इंदौर में रहने वाले रिश्तेदारों के साथ पुलिस के पास पहुंचे।

पुलिस थाना छोटी ग्वालटोली पुलिस ने रोहित जैन की रिपोर्ट पर धोखाधड़ी, अपहरण, अवैध वसूली के तहत केस दर्ज कर जांच में लिया गया। पुलिस टीम द्वारा रोहित की बताएं लोकेशन के अनुसार आसपास जांच शुरू की इस दौरान सीसीटीवी कैमरे के फुटेज भी देखें एक जगह पुलिस को कैमरे से एक्टिवा पर जाते हुए दो लोग नजर आए। इस फुटेज की जांच की तो मुखबिर तंत्र से पता चला उसमें आशीष गुर्जर और उसका साथी चेतन यादव सवार थे। इस फुटेज के आधार पर आशीष गुर्जर पिता सागर निवासी सुंदरनगर के घर पुलिस पहुंची। उससे पूछताछ के बाद पुलिस ने साथी अनूप पांडे पिता मदन मोहन निवासी राजीव आवास विहार, विनोद मौर्य पिता शिवनारायण निवासी श्याम नगर एनेक्स, अवधेश सिंह कुशवाहा पिता सोबरन सिंह निवासी देवलोक श्रीनगर, प्रमोद दुबे पिता चंद्रमा निवासी निरंजनपुर को गिरफ्तार किया। इनके अन्य साथियों की पुलिस तलाश कर रही है।

फरियादी ने पुलिस को बताया था की कार में एक व्यक्ति खुद को क्राइम ब्रांच का बता रहा था तथा एक व्यक्ति ने पुलिस की वर्दी पहन रखी थी। घटना के बाद आरोपियों ने रुपए आपस में बांट लिए थे। इनके पास से 7.90 लाख रुपए नकदी एक रिवाल्वर 10 कारतूस, एक कार, एक एक्टिवा और एक बाइक जब्त हुई है। आशीष पर पूर्व में भी जुएं और हत्या के प्रयास सहित आधा दर्जन केस दर्ज है। सभी आरोपियों को जुआ खेलने की लत है , राजस्थान जाकर यह लोग जुआ खेलते हैं। पुलिस इनसे वारदात को लेकर पूछताछ कर रही है। आरोपियों से पूछताछ पर संदिग्ध दो पुलिस कर्मियों की भूमिका के संबंध में दोनों से पुलिस पूछताछ कर रही है।

उक्त कार्यवाही में वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी छोटी ग्वालटोली सविता चौधरी, उप निरीक्षक महादेव भदौरिया, सहायक उपनिरीक्षण केपी मिश्रा, हेड कांस्टेबल राहुल बायम, हेड कांस्टेबल सुभाष सूर्यवंशी, हेड कांस्टेबल अनिल पाटिल, हेड कांस्टेबल सपना आरक्षक राघवेंद्र, आरक्षक अनूप तिवारी की सराहनीय भूमिका रही ।