विधायक रेणु जोगी ने मीडिया से की चर्चा, बताया इंदौर से क्यों है लगाव

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Indore : इंदौर के पूर्व कलेक्टर अजीत जोगी की पत्नी डॉ रेणु जोगी(Dr. Renu Jogi) ने कहा है कि हमें इंदौर छोड़ देने का आज भी अफसोस होता है। इस शहर ने जो हमें अपनत्व और प्यार दिया वह मैं कभी नहीं भूल सकती हूं। इंदौर हमारी यादों में बसा हुआ है । इस शहर से हमें और स्वर्गीय जोगी जी को भी बहुत ज्यादा लगाव रहा है । वे शनिवार शाम को इंदौर सर्किट हाउस में मेट्रो टुडे न्यूज़ से चर्चा कर रही थीं। इस दौरान इंदौर की यादों का स्मरण करते हुए उन्होंने कहा कि आज मैं इंदौर आई हूं तो रेसीडेंसी के सर्किट हाउस के कमरा नंबर 3 में ही ठहरी हूं।

जब जोगी जी की 1981 में इंदौर में कलेक्टर के रूप में पदस्थापना हुई थी और चार्ज लेने के लिए पहली बार इंदौर आए थे तो उस समय सर्किट हाउस के इसी कमरे में 7 दिन ठहरे थे। उस समय यहां के कलेक्टर सक्सेना का यहां से तबादला हुआ था। उन्हें मकान खाली करने के लिए 7 दिन का समय दिया गया था। जब भी मैं इंदौर आती हूं तो इसी कमरा नंबर 3 में ही ठहरती हूं क्योंकि मुझे अन्य कहीं रुकने में सुकून नहीं मिलता। वे करीब 20 वर्ष तक एमजीएम मेडिकल कॉलेज में नेत्र रोग विभाग में विभागाध्यक्ष के रूप में वह काम कर चुकी हैं।

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उन्होंने कहा कि उस समय के इंदौर और आज के इंदौर में बहुत अंतर आ गया है। शहर पूरी तरह से स्वच्छ दिखाई देता है विकास भी बहुत हुआ है। हमारे यहां काम करने वाले हरि प्रसाद द्विवेदी के बेटे की शादी में आई हूँ । इस शादी के लिए जब परदेशीपुरा गई तो उस क्षेत्र को तो पहचानना भी मुश्किल हो गया था। यहाँ आने के 5 साल बाद में अजीत जोगी नौकरी छोड़ कर राजनीति में चले गए। राज्यसभा सदस्य रहते हुए हमें इंदौर विकास प्राधिकरण द्वारा योजना क्रमांक 78 में एक प्लाट दिया गया था जिस पर हमने यहां रहने के लिए एक मकान बनवाया था।

जब मकान तैयार हो गया तो फिर उस मकान के लिए हमें कोई किराएदार नहीं मिला। इसी बीच जोगी जी छत्तीसगढ़ चले गए। जिसके चलते हुए बाद में हमने यह मकान बेच दिया। इस मकान को बेच देने का आज भी हमे अफसोस होता है। मेरा बेटा अमित जोगी भी कह रहा था वह मकान क्यों बेंच दिया। इंदौर के साथ हमारा लगाव कितना था यह इसी से समझा जा सकता है कि जब अजीत जोगी को राज्यसभा सदस्य बनाया गया तो उन्होंने अपना मूल निवास इंदौर लिखवाया था। जोगी जी ने अपनी जीवन यात्रा पर एक किताब लिखी सपनों का सौदागर अजीत जोगी जिसमें उन्होंने एक तिहाई भाग इंदौर की अपनी यादों को संजोया है यहां के लोगों के बारे में उन्होंने लिखा है।

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छत्तीसगढ़ में हमारी पार्टी जनता कांग्रेस के लिए सारे विकल्प खुले

इस समय डॉक्टर रेणु जोगी छत्तीसगढ़ में विधायक भी है। अजीत जोगी के द्वारा कांग्रेस छोड़ने के बाद नए राजनीतिक दल जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ का गठन किया गया था। इसी दल की ओर से वे छत्तीसगढ़ विधानसभा की सदस्य हैं। उनका कहना है कि अभी विधानसभा चुनाव में 18 महीने शेष है। ऐसे में छत्तीसगढ़ में हमारी ओर से सभी सभी संभावनाओं को खुला रखा गया है।

जब उनसे पूछा गया कि क्या आपकी पार्टी आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन कर रही है तो उन्होंने कहा कि इस समय इस बारे में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगा। गांधी परिवार से उनकी नजदीकियों के बारे में जब पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अभी भी सोनिया गांधी से उनकी बात होती है। उन्होंने बताया कि अमित जोगी के पुत्र का नामकरण भी सोनिया गांधी ने ही किया है। कांग्रेस के साथ फिर से पार्टी के विलय के बारे में उन्होंने कहा कि राजनीति में संभावनाएं कभी खत्म नहीं होती हैं।