इंदौर रेलवे स्टेशन (Indore Railway Station) पर यात्रियों को जो आरओ (RO) का पानी मिल रहा था वह सुविधा अब बंद हो गई है। पहले यात्री सिर्फ दो रूपए में एक लीटर पानी लिया करते थे। अब वह बोत्तल का पानी लेने के लिए मजबूर है। इस चीज़ की शिकायत रेलवे मुख्यालय (Railway Headquarters) को कर दी गई है।
रेलवे सलाहकार समिति के पूर्व सदस्य जगमोहन वर्मा ने बताया कि इंडियन रेलवे कैटरिंग एवं टूरिज़्म कारपोरेशन की लापरवाही की वजह से देश के रेलवे स्टेशन पर जो पानी की मशीने लगी गई थी अब वह बंद हो गई है। उन्होंने बताया कि साल 2016 के अगस्त महीने में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और तत्कालीन रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने शुद्ध एवं सस्ता पानी मिले इसके लिए आरओ का पानी रेलवे स्टेशनों पर उपलब्ध कराया गया था। इस वजह से स्टेशनों पर आइआरसीटीसी की मदद से सस्ता पानी वाटर वेंडिंग मशीनों के द्वारा मिल रहा था। योजना रेल यात्रियों में अच्छी तरह से चल रही थी। इसके लिए एक कंपनी को इसका ठेका दे दिया गया था। अब मशीन बंद हो गई है जिसकी वजह से फिर से यात्रियों को बोतलबंद का महंगा पानी पिना पड़ रहा है। वहीं दूसरी तरफ जो लोग बोतल का पानी नहीं ले सकते उनको स्टेशन के नल का पानी पीना पड़ रहा है।
शुरू की जाए पानी की मशीनें
वर्मा ने बताया कि रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों और आइआरसीटीसी की लापरवाही की वजह से रेलवे स्टेशनों से वाटर वेंडिंग मशीनें बंद हो गई है। मैंने प्रधानमंत्री एवं रेल मंत्री को पत्र लिखा है और उनसे अनुरोध किया है कि रेलवे स्टेशनों पर फिर से वाटर वेंटिंग मशीनें चालू करवाई जाए, जिससे यात्रियों को आरओ का शुद्ध और सस्ता पानी मिल सकेगा। इस मामले में इंदौर के सांसद शंकर लालवानी से भी व्यवधान करने के लिए कहा गया है।
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