माँ अहिल्या के पावन शहर इंदौर (Indore ) में कई पर्व और त्यौहार धूमधाम से मनाए जाने की परम्परा सैकड़ों वर्षों से अनवरत चली आ रही है। इसी श्रृंखला में गणेशोत्स्व के समापन दिवस, अनंत चतुर्दशी को शहर में गणेश विसर्जन जुलुस के साथ ही कई आकर्षक और रंगारंग झांकियां निकालने की परम्परा भी लम्बे समय से चली आ रही है। ये झांकियां शहर में बंद हो चुकी मिलों के मजदूरों के द्वारा बनाई जाती है, जिनमें बड़ी मात्रा में धन और समय खर्च होता है।
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महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने की बड़ी घोषणा
अनंत चतुर्दशी चल समारोह के लिए महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने एक बड़ी घोषणा की है इस घोषणा के अनुसार अगले साल से मिल मजदूरों को अनंत चतुर्दशी की झांकियों के निर्माण के लिए दी जाने वाली अनुदान राशि बढ़ाई जाएगी। साथ ही उन्होंने कहा महापौर सहित एमआईसी सदस्य और सभी पार्षद भी अपने एक महीने का वेतन झांकियों के निर्माण के लिए देंगे।
मिल से जुड़े सभी पदाधिकारियों को सौंपा एक-एक लाख का चेक
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने इस घोषणा के साथ मिल से जुड़े सभी पदाधिकारियों को एक एक लाख का चेक भी भेंट किया । महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने चेक वितरण के मौके पर कहा कि मॉल के दौर में भी मिलों से जुड़ी परंपराओं का निर्वहन उसके परंपरागत वैभव के साथ ही सम्पन्न होगा। इसके साथ ही महापौर ने अनंत चतुर्दशी की रात निकलने वाले झांकी और चल समारोह में शामिल होने के लिए सभी को परिवार सहित आमंत्रित भी किया है। प्रशासन के द्वारा सुरक्षा के पुरे इंतजाम भी इस परम्परागत यात्रा के लिए किए जा रहे हैं।