विश्व सीनियर बैडमिंटन स्पर्धा खेलकर स्पेन में ही फंसे भारतीय खिलाड़ी

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स्पेन के हुएल्वा में 26वीं विश्व बैडमिंटन स्पर्धा से पहले इसी करोलिना मारिन स्टेडियम में 10वीं विश्व सीनियर बैडमिंटन स्पर्धा 28 नवम्बर से 4 दिसम्बर तक हुई। जिसमें भारत ने 1 स्वर्ण, 3 रजत और 8 कांस्य पदक सहित 12 पदक जीते, भारत के विजय लेंसी और के.ए.अनीश 45+पुरुष युगल में विश्व विजेता बने। नुपुरा गाडगिल(भिड़े) और पूजा पाटिल +35महिला युगल, जे.बी.एस.विद्याधर और अजित विमरानी 40+पुरुष युगल एवं पदमनाभ राघवन और वरुण शर्मा 35+पुरुष युगल में फाइनल खेलकर विश्व उपविजेता रहे।

स्वर्ण वीर के.ए.(कन्नगयुथ अनीषा) अनीश,35+पुरुष एकल में कांस्य पदक प्राप्त मनीष रावत सहित भारत के सात खिलाड़ी कुल 8 लोग वापसी में कोरोना पाज़ीटिव होने से स्पेन के ही तीन शहरों में फंस गए।
अनीश, राजीव शर्मा(दिल्ली), अभिषेक अग्रवाल हुएल्वा में ही हैं। मनीष रावत,बिजोय बर्मन और शिखा खंडोरी मेड्रिड में है। मंजरी मोकताली और उनके पति विश्वास मोकताली सेविला में हैं, जो होटल के कमरे या अपार्टमेंट में एकांतवास में हैं।

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50+पुरुष युगल में कमलाकर राव के साथ तीसरे दौर तक खेले राजीव शर्मा ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय विमान सेवाओं के स्थगित होने से हम सभी बहुत चिंतित हैं। हमें भारतीय दूतावास से मदद मिल रही है, लेकिन वह 500-600किलोमीटर दूर हैं। आवास का खर्चा हमें ही वहन करना पड़ रहा है। मेरे जोड़ीदार कमलाकर राव दिल्ली में एकांतवास में हैं, राजीव और अभिषेक हुएल्वा की होटल बार्सिलोना पुन्ता उम्ब्रिया में एवं सेंट्रल एक्साइज अधिकारी केरल के के.ए.अनीश हुएल्वा के अपार्टमेंट में रुके हुए हैं।

राजीव शर्मा ने बताया कि अब सिर्फ हम तीन (राजीव,अनीश और अभिषेक)की रिपोर्ट पाज़ीटिव हैं, बाकी 5 कल भारत के लिए रवाना हो रहे हैं।

भारत सरकार, भारतीय बैडमिंटन संगठन(BAI) को इन खिलाड़ियों की देखभाल का ध्यान रखना चाहिए, बोर्डिंग और लाजिंग,कोविड टेस्ट, यात्रा आदि का खर्चा काफी मंहगा पड़ रहा हैं,ये खिलाड़ी सुरक्षित स्वदेश वापस आ जाएं ऐसे प्रयास होना चाहिए, सभी खिलाड़ी कोविड पाजीटिव होकर भी स्पेन में स्वस्थ हैं,अनीश के जोड़ीदार विजय लेंसी ने भी अपील की है,जो भारत आ चुके है।

विजय लेंसी और अनीश विश्व विजेता:नुपुरा-पूजा सहित तीन भारतीय जोडी उपविजेता भी विश्व सीनियर बैडमिंटन स्पर्धा में 45 देशों के 1,071खिलाडियों ने हिस्सा लिया, 30देशों के खिलाड़ियों को 174पदक मिले, सबसे अधिक पदक डेनमार्क और इंग्लैंड के खिलाड़ियों को मिले हैं।

भारत के विजय लेंसी और के.ए.अनीश ने 45+पुरुष युगल फाइनल में डेनमार्क के जोशी हास्ट हेंसेन और स्काटलैंड के मार्क मेकनी को 21-18,2116से 30मिनट में हराया, संयुक्त तीसरे-चौथे क्रम के अनीश और विजय ने सेमीफाइनल में पहले क्रम के स्वीडन के मिकेल निल्सोन और उल्फ स्वेन्सोन को 22-20,21-13से 33मिनट में हराकर उलटफेर किया,
इंदौर (म.प्र.) की पूर्व राज्य विजेता अब महाराष्ट्र (पुणे)की नुपुरा गाडगिल और पूजा पाटिल 35+महिला युगल फाइनल में दूसरा क्रम प्राप्त डेनमार्क की ग्रीवहरेन्होल्ट हेर्मेन्सेन और हेली कीन्पेगार्ड से 14-21,12-21सै 28मिनट में पराजित हुई, सेमीफाइनल में नुपुरा और पूजा ने पहले क्रम की फ्रांस की हेलेने डिजोन्क्स और औडरी पेटिट को 21-18,3-0(मैच छोड़ा) से हराकर उलटफेर किया,

भारत को एक वर्ग में तीन पदक

40+पुरुष युगल में भारत को एक रजत सहित तीन पदक मिले,विद्याधर और अजित विमरानी 40+पुरुष युगल फाइनल में प्रथम क्रम प्राप्त डेनमार्क के टोमी सोरेन्सेन और जेस्पर थोन्सेन से 13-21,18-21 से 40 मिनट में पराजित हुए सेमीफाइनल में विद्याधर और अजित ने भारत के ही अभिनंद के.शेट्टी और सुनिल ग्लोडसोन को 21-10,21-14 से हराया, संयुक्त तीसरे-चौथे क्रम के समीर अब्बासी और उपेंद्र फडनिस, सेमीफाइनल में डेनिश जोड़ी से 7-21,9-21से हारे।

वरुण शर्मा और पी.राघवन 35+पुरुष युगल फाइनल में संयुक्त तीसरे-चौथे क्रम के थाईलैंड के बूनसाक पोन्साना और जक्रपान थनाथिराथमन से 12-21,12-21से 25मिनट में पराजित हुए, 39वर्षीय बूनसाक थाईलैंड के ख्यात खिलाड़ी हैं।

35+पुरुष एकल सेमीफाइनल में संयुक्त तीसरे-चौथे क्रम के भारत के मनीष रावत, फ्रांस के एंथोनी नेल्सेन से 17-21,17-21से और 50+पुरुष एकल सेमीफाइनल में विजय शर्मा,प्रथम क्रम प्राप्त ताईपेई के चांग-जुन वु से 19-21,4-21से पराजित हुए,35+महिला एकल सेमीफाइनल में पारुल रावत, जर्मनी की निकोले बार्टस्च से6-21,18-21से पराजित हुई।

55+मिश्रित युगल में प्रभु नाइक नायडु और सुझाने वेन्गलेट ,35+महिला युगल में संगीता मारिऔर संध्या मेलशीमि एवं 35+मिश्रित युगल में अभिनंद शेट्टी और संगीता मारि को कांस्य पदक मिले।

इंदौर की उल्का और दिलनाज खेली

म.प्र.की उल्का सांगोरे और दिलनाज अंकलेसरिया ने +55महिला युगल एवं उल्का और देवदास एर्कोट ने +55 मिश्रित युगल में भारत का प्रतिनिधित्व किया, दोनों वर्गों में दूसरे दौर में हारी, उल्का और दिलनाज इंदौर की हैं।

पूजा,पूनम और संगीता क्वार्टर फाइनल तक

म.प्र.की एक पूर्व राज्य विजेता खिलाड़ी पूजा मेहता(पारेख) 40+महिला एकल और 40+मिश्रित युगल के क्वार्टर फाइनल तक खेली, गुजरात की पूजा महिला एकल में प्रथम क्रम प्राप्त जर्मनी की क्लाउडिया वोगेल्गसांग से14-21,9-21से हारी, पूजा और समीर अब्बासी मिश्रित युगल में क्लाउडिया वोगेल्गसांग और डेनमार्क के मोर्टेन इईबाय रोसमुस्सेन से 17-21,18-21,से 33मिनट में पराजित हुए।

म.प्र.की पूनम तत्ववादी और छत्तीसगढ़ की संगीता राजगोपालन 50+महिला युगल के क्वार्टर फाइनल तक खेली, इंग्लैंड की बेटी ब्लेयर और जूने हमोन्ड ने पूनम और संगीता को 21-9,21-13से क्वार्टर फाइनल में हराया, भोपाल की पूनम तत्ववादी 50+महिला एकल में भी क्वार्टर फाइनल में पोलैंड की डोरोटा ग्रझेजोदक से 12-21, 11-21 से पराजित हुई, संगीता भी म.प्र.की पूर्व राज्य विजेता खिलाड़ी है।

प्रियांश,नरेश सहित चारों खिलाडी भारत आए

अंतरराष्ट्रीय उड़ानें स्थगित होने से बोत्सवाना में फंसे भारत के चारों खिलाड़ी भारत लौट आए हैं, इंदौर के प्रियांश खुशवानी ने इंदौर लौटकर बताया कि वे और नरेश शंकर अयर 8दिसम्बर को बोत्सवाना से भारत आ गए, अमन फरोघ संजय बोत्सवाना से जोहानिसबर्ग (दक्षिण अफ्रीका)एक अन्य अंतरराष्ट्रीय स्पर्धा खेलने चले गए थे, वे वहीं से वापस स्वदेश लौट आए हैं।

अमन को लगातार दूसरा अंतरराष्ट्रीय खिताब

21वर्षीय अमन फरोघ संजय ने बोत्सवाना के बाद 2से 5दिसम्बर तक हुई दक्षिण अफ्रीका फ्युचर सीरीज बैडमिंटन स्पर्धा भी जीत ली, चौथे क्रम के अमन ने फाइनल में दूसरा क्रम प्राप्त दक्षिण अफ्रीका के राबर्ट सुमेर्स को 15-21,21-16,21-12 से 44मिनट में हराया, विश्व नंबर 300अमन सेमीफाइनल में दक्षिण अफ्रीका के रुआन स्नीमाम से 21-17,21-11से जीते।