क्या ब्लिंकिट, ज़ेप्टो और स्विगी ‘डिस्काउंट गेम’ में होंगे सफल ? जानें क्यों उठी इनके खिलाफ जांच की मांग

Meghraj
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भारत में शहरी उपभोक्ता तेजी से इंस्टमार्ट, ब्लिंकिट, ज़ेप्टो और स्विगी जैसी फास्ट ट्रेडिंग कंपनियों का रुख कर रहे हैं। ये कंपनियाँ 10 मिनट के भीतर आईफोन से लेकर किराने का सामान तक डिलीवर कर रही हैं, और स्थानीय दुकानों की तुलना में कम कीमत पर सामान प्रदान कर रही हैं।

प्रतिस्पर्धा और छूट का दुष्प्रभाव

फास्ट कॉमर्स कंपनियों की बढ़ती प्रतिस्पर्धा ने उन्हें ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए बंपर छूट देने पर मजबूर कर दिया है। हालांकि, इस रणनीति के कारण खुदरा वितरकों के एक बड़े समूह एआईसीपीडीएफ ने इन कंपनियों के खिलाफ सीसीआई (प्रतिस्पर्धा आयोग) में जांच की मांग की है। उनका कहना है कि अत्यधिक छूट स्थानीय खुदरा विक्रेताओं को नुकसान पहुँचा रही है।

बाजार में प्रतिस्पर्धा का संकट

फास्ट कॉमर्स कंपनियों द्वारा दी जा रही छूटों के कारण बाजार में प्रतिस्पर्धा कम हो रही है। रिपोर्ट्स के अनुसार, ये कंपनियाँ उत्पादों को स्थानीय दुकानों की तुलना में काफी कम कीमत पर बेच रही हैं, जिससे स्थानीय दुकानदारों की आय प्रभावित हो रही है।

त्यौहारी सीजन की चुनौतियाँ

फेडरेशन ने सीसीआई को पत्र लिखकर त्यौहारी सीजन के दौरान इस मुद्दे पर चिंता व्यक्त की है। इस समय उपभोक्ता खरीदारी करते हैं, लेकिन कई कंपनियाँ सीधे फास्ट कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स के साथ साझेदारी कर रही हैं, जिससे छोटे खुदरा विक्रेताओं की अनदेखी हो रही है। फेडरेशन ने पारंपरिक वितरकों और छोटे खुदरा विक्रेताओं के हितों की सुरक्षा की मांग की है।