लखनऊ के गोमतीनगर स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में मंगलवार से तीन दिवसीय रोजगार महाकुंभ की शुरुआत होगी। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे। इस महाकुंभ में देश की नामी कंपनियों द्वारा लगभग 50 हज़ार युवाओं को रोजगार देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। आठवीं पास से लेकर परास्नातक और डिप्लोमा इंजीनियरिंग तक की योग्यता रखने वाले अभ्यर्थी इस अवसर का लाभ उठा सकेंगे।
सेवायोजन विभाग की निदेशक नेहा प्रकाश ने जानकारी दी कि इस रोजगार महाकुंभ में देश और विदेश की 100 से अधिक प्रतिष्ठित कंपनियों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। तीन अलग-अलग मंचों के जरिए युवाओं को उनकी योग्यता के अनुरूप न सिर्फ शहर और प्रदेश, बल्कि विदेशों तक में भी रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे। रोजगार कॉन्क्लेव के दौरान विशेषज्ञों से युवाओं की सीधी बातचीत होगी, वहीं कंपनियां ऑन-द-स्पॉट इंटरव्यू और प्लेसमेंट ड्राइव भी आयोजित करेंगी। प्रदर्शनी क्षेत्र में प्रदेश की प्रगति, नई औद्योगिक नीतियों और कौशल विकास मॉडल की झलक प्रस्तुत की जाएगी।
नवाचार और नई सोच का होगा प्रदर्शन
निदेशक ने बताया कि इस आयोजन में स्टार्टअप्स और नवाचार की झलक भी देखने को मिलेगी। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित डेटा-ड्रिवेन सॉल्यूशंस विकसित करने वाली कई प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय कंपनियां इसमें भाग लेंगी। तकनीक और शोध से जुड़े युवाओं को सीधे स्टार्टअप इकोसिस्टम में शामिल होने का अवसर मिलेगा। ये कंपनियां सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, क्लाउड कंप्यूटिंग, एआई और हार्डवेयर डिजाइन जैसे क्षेत्रों में रोजगार उपलब्ध कराएंगी। साथ ही मैकेनिकल इंजीनियरिंग और इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग प्राप्त युवाओं को भी इसका लाभ मिलेगा।