आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे सांवेर के छगन लाल वर्मा से बात

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By Akanksha JainPublished On: September 8, 2020
PM narendra modi

इंदौर 8 सितम्बर, 2020
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज 9 सितम्बर बुधवार को इन्दौर ज़िले के सांवेर निवासी छगन लाल वर्मा से चर्चा करेंगे। प्रधानमंत्री पथ विक्रेता आत्मनिर्भर स्व निधि योजना के संदर्भ में यह चर्चा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से होगी। इसके लिए सांवेर के एसडीएम कार्यालय के निकट आवश्यक व्यवस्थाएं की गई हैं। कार्यक्रम प्रातः 10 बजे से होगा। प्रधानमंत्री मोदी वर्मा के अलावा मध्य प्रदेश में रायसेन और ग्वालियर ज़िले के दो अन्य हितग्राहियों से भी बात करेंगे।
परियोजना अधिकारी जिला शहरी विकास अभिकरण प्रवीण उपाध्याय ने बताया कि इंदौर जिले में इस योजना का प्रभावी क्रियान्वयन किया जा रहा है। प्रधानमंत्री पथ विक्रेता आत्मनिर्भर स्व निधि योजना के अंतर्गत इंदौर जिले में 24 हजार 184 पात्र हितग्राही है। इनमें से 24 हजार 176 हितग्राहियों को प्रमाण-पत्र जारी कर दिये गये है। इनमें से 14 हजार 950 हितग्राहियों को ऑनलाइन प्रकरण प्रेषित किेये गये। इनमें से बैंकों द्वारा 10 हजार 732 प्रकरण स्वीकृत किये जा चुके है। बैंकों द्वारा इनमें से 8 हजार 200 हितग्राहियों को दस-दस हजार रुपये की राशि वितरित कर दी गयी है। शेष प्रकरणों में भी वितरण की कार्यवाही जारी है।
पथ विक्रेताओं की हकीकत को समझते हुए इस वर्ग के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के शहरी पथ विक्रेता की बड़ी आबादी को कार्यशील पूँजी उपलब्ध करवाने के लिये प्रधानमंत्री पथ विक्रेता आत्मनिर्भर स्व निधि योजना की घोषणा की। इस योजना में पंजीकृत शहरी पथ विक्रेताओं को 10 हजार रुपये की क्रियाशील पूँजी उपलब्ध कराने का प्रावधान है। केन्द्र और राज्य सरकार द्वारा ब्याज अनुदान दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गरीबों की इस योजना को मध्यप्रदेश में सबसे पहले लागू किया। पंजीयन की प्रक्रिया शहरी असंगठित कामगार पोर्टल के माध्यम से की गई।
प्रधानमंत्री पथ विक्रेता आत्मनिर्भर स्व निधि योजना का लाभ रेहड़ी, पटरी वालों और छोटी-मोटी दुकान लगाकर आजीविका चलाने वालों को मिल रहा है। इस योजना के तहत सरकार इन लोगों को अपना कारोबार शुरू करने के लिए मदद कर रही है। इससे रेहड़ी-पटरी वाले बिना किसी देरी के अपना काम-धंधा फिर से शुरू कर रहे है। सड़क किनारे, ठेले या रेहड़ी-पटरी पर दुकान चलाने वालों को यह कर्ज दिया जा रहा है। फल-सब्जी, लॉन्ड्री, सैलून और पान की दुकानें भी इस श्रेणी में शामिल की गई हैं। इन्हें। चलाने वाले भी यह लोन ले सकते हैं।