Prayagraj Stampede : मौनी अमावस्या के पावन अवसर पर अमृत स्नान से पहले ही संगम नगरी से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई। देर रात करीब 1:30 बजे अचानक भगदड़ मचने से कई श्रद्धालु घायल हो गए, जबकि 20 से अधिक लोगों की मौत की आशंका जताई जा रही है। इस दर्दनाक हादसे में 14 से ज्यादा लोगों की जान जाने की आशंका है, जबकि 50 से अधिक श्रद्धालु घायल हुए हैं। हालांकि, प्रशासन की ओर से अभी तक मृतकों और घायलों की संख्या की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रण में लेने का दावा किया है, लेकिन यह सवाल उठ रहा है कि आखिर यह भगदड़ कैसे और क्यों मची?
कैसे हुई भगदड़?
महाकुंभ में इस समय श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी हुई है। लाखों की संख्या में लोग संगम स्नान के लिए जुटे हैं, जिससे मेले में चलना तक मुश्किल हो गया था।
- संभावित कारण:
- बैरियर टूटने से हादसा: देर रात संगम नोज पर एक बैरियर अचानक टूट गया, जिससे श्रद्धालु बेकाबू हो गए और भगदड़ मच गई।
- दम घुटने से गिरी महिलाएं: अत्यधिक भीड़ के कारण कई श्रद्धालुओं को सांस लेने में दिक्कत हुई, जिससे कुछ महिलाएं गिर पड़ीं और भगदड़ तेज हो गई।
- सीमित रास्तों पर बढ़ा दबाव: कई मार्गों को सुरक्षा कारणों से बंद कर दिया गया था, जिससे खुले रास्तों पर भीड़ का दबाव बढ़ गया और हादसा हो गया।
पीएम मोदी और सीएम योगी ने की हालात की समीक्षा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से फोन पर बातचीत कर स्थिति की जानकारी ली और त्वरित राहत उपायों पर जोर दिया। घायलों के इलाज के लिए यूपी सरकार ने महाकुंभ क्षेत्र में 1000 से अधिक चिकित्साकर्मी तैनात किए हैं। हर सेक्टर में मेडिकल सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में 300 विशेषज्ञ डॉक्टर किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।