भोपाल: मध्य प्रदेश में मौसम ने अचानक करवट ले ली है और नवंबर महीने की शुरुआत भारी बारिश के साथ हो सकती है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने प्रदेश में एक साथ तीन वेदर सिस्टम के सक्रिय होने की जानकारी दी है। इसके प्रभाव से राजधानी भोपाल समेत कई जिलों में 1 से 4 नवंबर के बीच तेज बारिश होने की प्रबल संभावना है, जिसके लिए अलर्ट जारी किया गया है।
प्रदेश के कई हिस्सों में पिछले 24 घंटों से रुक-रुक कर बारिश का दौर जारी है। इस बेमौसम बारिश के कारण दिन और रात के तापमान में गिरावट दर्ज की गई है, जिससे लोगों को हल्की ठंड का एहसास होने लगा है। मौसम में आए इस बदलाव ने सामान्य जनजीवन के साथ-साथ किसानों की चिंता भी बढ़ा दी है।
तीन सिस्टम एक साथ हुए सक्रिय
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, इस बदलाव के पीछे तीन प्रमुख कारण हैं। पहला, एक शक्तिशाली पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत की ओर बढ़ रहा है। दूसरा, अरब सागर में एक डिप्रेशन (कम दबाव का क्षेत्र) बना हुआ है। तीसरा, बंगाल की खाड़ी में भी एक गहरा डिप्रेशन सक्रिय है, जो नमी लेकर आ रहा है।
इन तीनों सिस्टमों का संयुक्त प्रभाव मध्य भारत पर, विशेषकर मध्य प्रदेश पर पड़ रहा है। इन प्रणालियों के कारण प्रदेश के वायुमंडल में भारी मात्रा में नमी पहुंच रही है, जो बारिश के रूप में सामने आ रही है।
इन इलाकों में बारिश का अलर्ट
IMD ने विशेष रूप से 1, 2, 3 और 4 नवंबर को प्रदेश के कई हिस्सों में गरज-चमक के साथ तेज बारिश की चेतावनी दी है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, जबलपुर और सागर संभाग के जिलों में इसका सबसे ज्यादा असर देखने को मिल सकता है। कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश भी हो सकती है। मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क रहने और खराब मौसम में घर से बाहर निकलने से बचने की सलाह दी है।
किसानों की बढ़ी चिंता, ठंड ने दी दस्तक
इस बेमौसम बारिश ने किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी हैं। खेतों में सोयाबीन और धान की फसलें कटाई के लिए तैयार हैं या कट चुकी हैं। ऐसे में तेज बारिश से फसलों को भारी नुकसान होने की आशंका है। वहीं, लगातार हो रही बारिश और ठंडी हवाओं के चलने से प्रदेश में ठंड ने भी समय से पहले दस्तक दे दी है। मौसम विभाग का अनुमान है कि बारिश का यह दौर समाप्त होने के बाद ठंड और बढ़ सकती है।











