जम्मू-कश्मीर, गुजरात, पंजाब और राजस्थान में कल फिर होगी मॉकड्रिल, बजेंगे खतरे के सायरन, एयर अटैक से बचाव का होगा अभ्यास

Author Picture
By Srashti BisenPublished On: May 28, 2025
Mockdrill

कल, यानी 29 मई गुरुवार की शाम, पाकिस्तान से सटे राज्यों जम्मू-कश्मीर, गुजरात, पंजाब और राजस्थान में मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाएगा। इस ड्रिल का उद्देश्य नागरिकों को संभावित आपातकालीन स्थितियों, जैसे एयर स्ट्राइक या बम हमलों के दौरान, खुद को कैसे सुरक्षित रखना है, यह सिखाना है।

इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य युद्ध या किसी भी आपात स्थिति में नागरिकों की सुरक्षा और उनकी प्रतिक्रिया क्षमता को मजबूत करना है, ताकि किसी भी गंभीर स्थिति में स्थिति को सही तरीके से संभाला जा सके। इस ड्रिल के लिए लोगों से सतर्क रहने की अपील की गई है, ताकि कोई भी अप्रत्याशित स्थिति उत्पन्न होने पर वे सही तरीके से प्रतिक्रिया कर सकें।

मॉक ड्रिल और ब्लैकआउट एक्सरसाइज का उद्देश्य

जम्मू-कश्मीर, गुजरात, पंजाब और राजस्थान में कल फिर होगी मॉकड्रिल, बजेंगे खतरे के सायरन, एयर अटैक से बचाव का होगा अभ्यास

मॉक ड्रिल का मुख्य उद्देश्य एक “प्रैक्टिस” सत्र के रूप में कार्य करता है, जिसमें यह देखा जाता है कि अगर कोई आपातकालीन स्थिति उत्पन्न होती है, जैसे दुश्मन देश का हमला या आतंकी हमला, तो प्रशासन और आम लोग कितनी जल्दी और प्रभावी तरीके से प्रतिक्रिया करते हैं। इसे आपातकालीन प्रबंधन की क्षमता बढ़ाने के लिए किया जाता है।

ब्लैकआउट एक्सरसाइज का मतलब है पूरे इलाके की लाइटें एक तय समय के लिए बंद कर देना, ताकि यह देखा जा सके कि किसी दुश्मन हमले के दौरान इलाके को अंधेरे में कैसे सुरक्षित रखा जा सकता है। यह रणनीति दुश्मन को निशाना बनाने में कठिनाई पैदा करती है और नागरिकों को बचने के अधिक मौके देती है।

7 मई को देश के कई हिस्सों में की गई थी मॉक ड्रिल

इससे पहले, 7 मई को भारत के 244 जिलों में मॉक ड्रिल आयोजित की गई थी, जिसमें नागरिकों को हमले के दौरान खुद को बचाने की ट्रेनिंग दी गई थी। इसके अलावा, इन जिलों में 12 मिनट की ब्लैकआउट एक्सरसाइज भी की गई थी। यह ड्रिल नागरिकों को आपात स्थिति में बचाव के तरीके सिखाने और किसी हमले के दौरान प्रशासन की तत्परता जांचने के लिए की गई थी। गृह मंत्रालय ने इन जिलों को सिविल डिफेंस डिस्ट्रिक्ट के तौर पर चिन्हित किया था, जहां विशेष रूप से सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया गया था।

मॉक ड्रिल का आयोजन 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद हुआ था, जिसमें भारत ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) और पाकिस्तान में स्थित 9 आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की थी। इसे ऑपरेशन सिंदूर नाम दिया गया था, जिसमें भारतीय सेना ने 100 आतंकियों को मार गिराया था। इसके बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है, जिससे इस प्रकार की मॉक ड्रिल की जरूरत महसूस की गई है।