एमपी में शुरू हुई इस फिल्म की शूटिंग, प्रदेश की वादियों में गूंजा लाइट-कैमरा-एक्शन

तेलुगु फिल्म ‘भार्गवी’ की शूटिंग 24 मई 2025 से मध्य प्रदेश के तामिया और पातालकोट में शुरू हो चुकी है, जो सतपुड़ा की प्राकृतिक सुंदरता को पर्दे पर लाएगी। मध्य प्रदेश पर्यटन विभाग के सहयोग से यह 25 दिन का शेड्यूल स्थानीय रोजगार को बढ़ावा देगा और तामिया-पातालकोट को वैश्विक पर्यटन स्थल के रूप में प्रचारित करेगा।

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MP News: मध्य प्रदेश की हरी-भरी वादियां और अनछुई खूबसूरती अब तेलुगु सिनेमा के पर्दे पर चमकने को तैयार है। तेलुगु फिल्म ‘भार्गवी’ की शूटिंग छिंदवाड़ा के तामिया और पातालकोट में 24 मई से शुरू हो चुकी है। मध्य प्रदेश पर्यटन विभाग के सहयोग से यह 25 दिन का शूटिंग शेड्यूल न सिर्फ स्थानीय सुंदरता को दुनिया तक पहुंचाएगा, बल्कि स्थानीय लोगों को रोजगार भी देगा। आइए, इस शूटिंग की खासियत और इसके पीछे की कहानी जानें।

तामिया की पहाड़ियों में सिनेमा का रंग

तामिया, जो सतपुड़ा की गोद में बसा एक शांत हिल स्टेशन है, ‘भार्गवी’ की शूटिंग का मुख्य केंद्र बना है। इसकी हरी-भरी चोटियां, सूर्योदय-सूर्यास्त के मनमोहक नजारे और शुद्ध हवा ने फिल्म निर्माताओं को आकर्षित किया। फिल्म में तामिया की प्राकृतिक सुंदरता को बारीकी से कैद किया जाएगा, जो दर्शकों को मध्य प्रदेश की अनदेखी जगहों की सैर कराएगा।

पातालकोट है प्रकृति का अनमोल खजाना

पातालकोट की गहरी घाटी, जो 3000 फीट नीचे बसी है, फिल्म का सबसे खास हिस्सा होगी। इस घोड़े की नाल जैसी घाटी में बस्ती आदिवासी संस्कृति और प्राचीन चट्टानें कहानी को और गहराई देंगी। पातालकोट की दुर्गमता और रहस्यमयी माहौल इसे सिनेमाई कहानी के लिए परफेक्ट बनाता है। पर्यटन ग्राम काजरा की लोकेशन भी फिल्म में शामिल होगी।

साउथ सिनेमा के दिग्गजों का जमावड़ा

‘भार्गवी’ का निर्देशन साउथ के मशहूर निर्देशक जी अशोक और वाई एस श्रीनिवास वर्मा कर रहे हैं। जी अशोक, जिन्होंने ‘दुर्गामती’, ‘भागमती’ और ‘कुछ खट्टा हो जाए’ जैसी हिट फिल्में दी हैं, इस प्रोजेक्ट को खास बना रहे हैं। लाइन प्रोड्यूसर उमर गुल खान ने बताया कि फिल्म में कई बड़े कलाकार नजर आएंगे, और शूटिंग के दौरान स्थानीय बढ़ई, केटरर, होटल और ट्रैवल सेवाओं को रोजगार मिलेगा।

एमपी टूरिज्म की बड़ी पहल

मध्य प्रदेश पर्यटन विभाग और जिला प्रशासन ने शूटिंग के लिए पूरी सहायता दी है। सिंगल-विंडो सिस्टम के जरिए अनुमति और सुविधाएं दी गईं, जिससे साउथ फिल्म इंडस्ट्री को छिंदवाड़ा में काम करना आसान लगा। विभाग का मकसद तामिया और पातालकोट को वैश्विक पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करना है। हाल ही में शुरू हुई 12 होम स्टे की योजना भी पर्यटकों को आकर्षित कर रही है।

स्थानीय लोगों को फायदा

शूटिंग के दौरान तामिया और छिंदवाड़ा के स्थानीय लोगों को रोजगार के कई मौके मिल रहे हैं। पहले भी उमर गुल खान ने तामिया में ‘तपिंच कोलेरू’ और ‘सरपंच साहब’ जैसे प्रोजेक्ट्स में स्थानीय लोगों को जोड़ा था। ‘भार्गवी’ की शूटिंग से होटल, ट्रांसपोर्ट और खानपान के कारोबार को बढ़ावा मिलेगा। क्या यह फिल्म मध्य प्रदेश को सिनेमा और पर्यटन का नया हब बनाएगी? इंतजार है इसके पर्दे पर आने का!