एमपी के इस शहर को मिलेगा प्रदेश का पहला सिटी म्यूजियम, नवाबों के महल की शाही दीवारों पर उकेरी जाएगी राजा भोज की वीरगाथाएं

भोपाल के ऐतिहासिक मोती महल में मध्यप्रदेश का पहला आधुनिक सिटी म्यूजियम बनाया जा रहा है, जिसमें तकनीक और इतिहास का अनूठा संगम देखने को मिलेगा। यह म्यूजियम प्रदेश की सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और भौगोलिक विरासत को 11 गैलरियों के माध्यम से दर्शाएगा और भोज संग्रहालय भी इसका विशेष आकर्षण होगा।

Srashti Bisen
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भोपालवासियों और मध्यप्रदेश के लिए यह गर्व का विषय है कि राजधानी को जल्द ही प्रदेश का पहला आधुनिक सिटी म्यूजियम मिलने जा रहा है। यह म्यूजियम शहर के ऐतिहासिक मोती महल की एक विंग में तैयार किया जा रहा है, जिसका निर्माण 20 करोड़ रुपए की लागत से पर्यटन विकास निगम द्वारा कराया जा रहा है। इस पहल का उद्देश्य न केवल ऐतिहासिक धरोहरों को संरक्षित करना है, बल्कि आधुनिक तकनीकों की मदद से लोगों को अपने अतीत से जोड़ना भी है।

करीब 178 साल पुराने मोती महल का निर्माण भोपाल की पहली महिला शासक कुदसिया बेगम की बेटी सिकंदर बेगम ने करवाया था। अब इसी ऐतिहासिक धरोहर की दूसरी मंजिल को नया रूप देकर 11 गैलरियों वाले आधुनिक संग्रहालय में बदला जा रहा है। यह म्यूजियम न केवल भोपाल, बल्कि संपूर्ण मध्यप्रदेश की ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और भौगोलिक विविधताओं को रोचक ढंग से दर्शाएगा।

तकनीक और इतिहास का अद्भुत संगम

म्यूजियम को इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि आगंतुकों को इतिहास के पन्नों में झांकने के लिए सिर्फ दीवारों पर लगे चित्रों तक ही सीमित नहीं रहना पड़ेगा। इसमें ऑडियो-विजुअल गाइड की सुविधा उपलब्ध होगी और हर गैलरी में क्यूआर कोड स्कैनर लगे होंगे, जिन्हें स्कैन करते ही मोबाइल में हिंदी और अंग्रेज़ी भाषा में पूरी जानकारी मिल सकेगी। इससे म्यूजियम की जानकारी अधिक प्रभावशाली और समझने में सरल होगी।

भोज संग्रहालय की विशेषता

मोती महल के एक हिस्से में भोज संग्रहालय भी विकसित किया जा रहा है, जिसमें महान राजा बोज के जीवन, पराक्रम, शिक्षा और जनकल्याण कार्यों की झलक देखने को मिलेगी। साथ ही इसमें मध्यभारत की पुरातात्विक खोजें, प्राचीन मूर्तियां, मंदिरों के अवशेष और नवाबी काल की कला को भी संजोया जाएगा।

संस्कृति संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम

यह सिटी म्यूजियम न केवल पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा, बल्कि यह स्थानीय नागरिकों, शोधकर्ताओं और विद्यार्थियों को भी क्षेत्र की समृद्ध संस्कृति, सभ्यता और इतिहास को गहराई से समझने का अवसर देगा। इस संग्रहालय के माध्यम से भोपाल अपने गौरवशाली अतीत को आधुनिक तकनीक के ज़रिए जीवंत रूप में प्रस्तुत करेगा।