एमपी में बढ़ी ठिठुरन, पहाड़ों की बर्फीली हवा से लुढ़का तापमान, इन जिलों के लिए जारी हुआ अलर्ट

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By Pinal PatidarPublished On: November 20, 2025

इस बार ठंड ने मध्यप्रदेश में नवंबर की शुरुआत से ही अपने तेवर दिखाना शुरू कर दिए हैं। पहाड़ों पर हो रही लगातार बर्फबारी और उत्तर भारत से आ रही ठंडी हवाओं का असर प्रदेश पर साफ दिखाई दे रहा है। नतीजा यह है कि नवंबर के तीसरे सप्ताह में ही आधा एमपी कड़ाके की सर्दी की गिरफ्त में आ चुका है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि बर्फीली हवाओं का यह दौर अगले दो दिन तक और जारी रहेगा। दिन और रात, दोनों समय तापमान में तेजी से गिरावट दर्ज हो रही है, जिससे आम लोगों को पहली बार ही जनवरी जैसी ठिठुरन महसूस होने लगी है।

शाजापुर सबसे ठंडा, कई शहर 7 डिग्री के आसपास



बुधवार की रात शाजापुर जिले का गिरवर इलाका प्रदेश का सबसे ठंडा स्थान रहा, जहां न्यूनतम तापमान 6.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। उसके ठीक बाद राजगढ़ 6.5 डिग्री और पचमढ़ी 6.6 डिग्री पर रिकॉर्ड हुआ। इंदौर में भी रात का तापमान गिरकर 6.9 डिग्री पहुंच गया, जो इस सीजन का अब तक का सबसे कम स्तर रहा। शहडोल के कल्याणपुर में पारा 7.7 डिग्री तक लुढ़क गया। कई शहरों में सुबह-सुबह धुंध की चादर और बर्फीली हवा के कारण लोगों को घरों से निकलना मुश्किल हो गया।

दूसरी ओर कुछ शहर अपेक्षाकृत गर्म

जहां कुछ इलाके कड़ाके की ठंड झेल रहे हैं, वहीं प्रदेश के कुछ जिले अभी थोड़े गर्म बने हुए हैं। सागर में न्यूनतम तापमान 14.4 डिग्री रहा, जो प्रदेश में सबसे अधिक था। देवास के कन्नौद में 14.3 डिग्री और नर्मदापुरम में 13.2 डिग्री दर्ज हुए। सीहोर के भैंसदा और निवाड़ी जिले के पृथ्वीपुर में रात का तापमान क्रमश: 13.1 और 12.7 डिग्री रहा। इससे साफ है कि प्रदेश में ठंड का असर एक समान नहीं है, कहीं कड़ाके की सर्दी है तो कहीं हल्की ठंड।

ठंड ने तोड़े पुराने रिकॉर्ड

यह नवंबर सिर्फ सामान्य सर्दी नहीं ला रहा, बल्कि कई दशकों के रिकॉर्ड भी ध्वस्त कर रहा है। राजधानी भोपाल में इस बार नवंबर की ठंड ने 84 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया। रात के तापमान में लगातार गिरावट देखी जा रही है और यह औसत से काफी नीचे बना हुआ है। इंदौर में भी 25 साल बाद नवंबर में इतनी ठंड देखने को मिली है। जैसे-जैसे हवाएं और तेज हो रही हैं, रातें और ज्यादा सर्द होती जा रही हैं, जिससे लोगों को भारी ठिठुरन का सामना करना पड़ रहा है।

दिन में भी ठंड नजर आने लगी

सिर्फ रातें ही नहीं, बल्कि दिन में भी ठंडक बढ़ने लगी है। मलाजखंड में अधिकतम तापमान 22.9 डिग्री तक गिर गया, जो पूरे प्रदेश में सबसे कम रहा। अमरकंटक का पारा 23.5, सीधी का 24.2 और सतना के चिरगुट तथा पचमढ़ी का अधिकतम तापमान 24.8 डिग्री रहा। शाजापुर के गिरवर और रीवा में भी दिन का तापमान 24.9 डिग्री दर्ज हुआ। नवंबर में दिन का तापमान इस तरह 25 डिग्री से नीचे जाना साफ संकेत देता है कि सर्दी ने अपनी मजबूत दस्तक दे दी है।

कुछ जिलों में दिन का तापमान अभी भी करीब 28–29 डिग्री

नर्मदापुरम में दिन का अधिकतम तापमान 28.7 डिग्री रहा, जो प्रदेश में सबसे अधिक रहा। बड़वानी के ताओंन, मंडला और खंडवा में भी तापमान 28.5 डिग्री के आसपास रहा। गुना में भी अधिकतम तापमान 28.5 डिग्री और सीहोर के भैंसदा में 28.0 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। खजुराहो में भी 27.6 डिग्री रहा। यानी कुछ जिलों में दिन के समय अभी भी हल्की गर्माहट महसूस हो रही है।

15 बड़े शहरों में रात का पारा 10 डिग्री से नीचे जा पहुँचा

मंगलवार और बुधवार की रात मध्यप्रदेश के 15 महत्वपूर्ण शहरों में तापमान 10 डिग्री से नीचे चला गया। राजगढ़ राज्य का सबसे ठंडा जिला रहा, जहां पारा 6.5 डिग्री रहा। भोपाल 7.8 डिग्री, इंदौर 6.9 डिग्री, उज्जैन 9.5 डिग्री और जबलपुर 9.9 डिग्री पर दर्ज हुआ। पचमढ़ी में तापमान 6.6 डिग्री, नौगांव में 8 डिग्री, शिवपुरी में 9 डिग्री और खरगोन में 9.4 डिग्री दर्ज किया गया। छिंदवाड़ा व मलाजखंड में तापमान 9.6 डिग्री और रीवा में 9.8 डिग्री रहा। अन्य शहरों में पारा 10 से 13 डिग्री के बीच बना रहा।

आज इन जिलों में शीतलहर का अलर्ट जारी

गुरुवार, 20 नवंबर के लिए मौसम विभाग ने कई जिलों में शीतलहर का अलर्ट घोषित किया है। भोपाल, इंदौर, देवास, सीहोर, शाजापुर और राजगढ़ में तेज हवाओं के साथ ठंड बढ़ने की संभावना है। इससे पहले शाजापुर, राजगढ़, इंदौर, सीहोर, खंडवा, खरगोन, शहडोल और जबलपुर में तेज शीतलहर चल चुकी है। शाजापुर में दिन का तापमान सामान्य से काफी नीचे रहा, जिससे वहां ‘कोल्ड डे’ घोषित किया गया। हालांकि विभाग का कहना है कि दोपहर के समय थोड़ी राहत महसूस हो सकती है, लेकिन सुबह और रात की ठंड अभी और बढ़ेगी।