ग्वालियर से इटावा तक बनने जा रहा 108 किमी लंबा फोरलेन हाईवे, नई डीपीआर हुई तैयार, भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू

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By Pinal PatidarPublished On: October 31, 2025

ग्वालियर क्षेत्र की एक अहम परियोजना ग्वालियर-भिण्ड-इटावा फोरलेन सड़क (NH-92) को लेकर अब बड़ा बदलाव किया गया है। पहले इस सड़क की शुरुआत बरेठा टोल टैक्स से करने की योजना थी, लेकिन अब इसे पुरानी छावनी स्थित अटल द्वार से प्रारंभ किया जाएगा। इस परिवर्तन से ग्वालियर शहर को सीधा लाभ मिलेगा क्योंकि यह मार्ग अब शहर के अंदर से जुड़कर बेहतर यातायात सुविधा प्रदान करेगा। इस संशोधन के बाद परियोजना की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार कर ली गई है और भू-अर्जन (Land Acquisition) की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। अधिकारियों के मुताबिक, बहुत जल्द टेंडर प्रक्रिया पूरी कर निर्माण कार्य की शुरुआत की जाएगी।

सांसद भारत सिंह कुशवाह के हस्तक्षेप से हुआ बदलाव


इस महत्वपूर्ण बदलाव के पीछे ग्वालियर सांसद भारत सिंह कुशवाह की सक्रिय भूमिका रही। उन्होंने 13 सितंबर 2025 को कलेक्ट्रेट में आयोजित दिशा समिति की बैठक में एमपीआरडीसी (MPRDC), एनएचएआई (NHAI) और जिला प्रशासन के अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि परियोजना की डीपीआर में संशोधन कर पुरानी छावनी से बरेठा तक का हिस्सा अनिवार्य रूप से जोड़ा जाए। इसके बाद सांसद ने एनएचएआई के क्षेत्रीय अधिकारी को पत्र लिखकर यह भी स्पष्ट किया कि यह हिस्सा एनएच-92 का मूल खंड है, जिसे शामिल किए बिना सड़क का उद्देश्य अधूरा रहेगा। उनके लगातार प्रयासों के बाद परियोजना की दिशा और डिज़ाइन में यह बड़ा बदलाव किया गया है।

दो चरणों में बनेगी फोरलेन सड़क, 108 किमी लंबा होगा मार्ग

नई योजना के अनुसार, यह फोरलेन सड़क दो चरणों (Phases) में बनाई जाएगी। पहला चरण (Phase-1): पुरानी छावनी अटल द्वार से गोला का मंदिर, महाराजपुरा होते हुए बरेठा टोल टैक्स तक — कुल दूरी लगभग 19.8 किलोमीटर।
दूसरा चरण (Phase-2): बरेठा टोल टैक्स से गोहद, मेहगांव, भिण्ड होते हुए चंबल पुल के रास्ते इटावा (उत्तर प्रदेश) तक — कुल दूरी करीब 97.5 किलोमीटर। इस प्रकार संशोधित रूपरेखा में लगभग 108 किलोमीटर लंबी फोरलेन सड़क शामिल की गई है। यह सड़क ग्वालियर से लेकर इटावा तक एक आधुनिक और सुरक्षित राजमार्ग के रूप में विकसित होगी।

4 हजार करोड़ रुपये की लागत से बनेगी हाई-स्पीड कनेक्टिविटी

एनएचएआई द्वारा जारी प्रारंभिक आंकलन के अनुसार, इस पूरी परियोजना पर लगभग 4,000 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है। सड़क निर्माण के बाद यह मार्ग न केवल ग्वालियर और भिण्ड के बीच आवागमन को तेज करेगा, बल्कि इटावा और उत्तर प्रदेश के अन्य हिस्सों तक पहुंच आसान बना देगा। इसके साथ ही क्षेत्र के औद्योगिक और व्यावसायिक विकास को भी गति मिलेगी। फोरलेन सड़क बनने से न केवल यात्रा समय घटेगा, बल्कि सड़क सुरक्षा और ट्रैफिक मैनेजमेंट में भी सुधार होगा।

शहरवासियों को मिलेगा फायदा, यातायात होगा सुगम और सुरक्षित

पुरानी छावनी से सड़क की शुरुआत होने का सबसे बड़ा लाभ ग्वालियर शहर के लोगों को मिलेगा। पहले यात्रियों को बरेठा टोल तक पहुंचने के लिए अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ती थी, लेकिन अब अटल द्वार से सीधे जुड़ने के कारण शहर के अंदरूनी इलाकों से भी फोरलेन सड़क तक सीधा संपर्क हो जाएगा। इससे न केवल ट्रैफिक का दबाव कम होगा बल्कि औद्योगिक और शैक्षणिक संस्थानों के लिए भी आवागमन आसान बनेगा।

जल्द शुरू होगा निर्माण कार्य

अधिकारियों ने बताया कि भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। एमपीआरडीसी और एनएचएआई के इंजीनियरिंग दल ने फील्ड सर्वे पूरा कर लिया है और जल्द ही टेंडर आमंत्रण (Tender Process) की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। अनुमान है कि अगर सब कुछ योजना के अनुसार रहा तो 2026 की शुरुआत में निर्माण कार्य का शुभारंभ कर दिया जाएगा।