आज कल की दुनिया में शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति होगा जो बाहर का खाना नहीं खाता होगा. बच्चे से लेकर बूढ़े तक घर की जगह बाहर जाकर खाना पसंद करते है. समस्या ये नहीं है की लोग रेस्टोरेंट कैफे और होटल में खाना खा रहे है, समस्या तो ये है की लोग जो बाहर जाकर खाना खा रहे है वो सेहत के लिए हानिकारक है या नहीं है. आज हम बात कर रहे है विदेशी कंपनी KFC के बारे में, देशभर में सेकड़ो की संख्या में केएफसी के आउटलेट है और हर महीने लाखों लोग इनके स्टोर से खाना खाते है.
इंस्टाग्राम पर @romeltv नामक यूजर ने एक रील वीडियो डाली है. शख्स का नाम संभवत रोमेल है. इस वीडियो की शुरुआत में रोमेल बताते है की असली पनीर में आयोडीन डालने के बाद भी उसका रंग नहीं बदलता है. इसके बाद वो केएफसी के स्टोर पर जाकर एक बर्गर आर्डर करता है. बर्गर मिलने के बाद रोमेल केएफसी के बर्गर में इस्तेमाल किए गए पनीर को चेक करता है.

पनीर को चेक करने के लिए वो सबसे पहले बर्गर में मौजूद पनीर को बाहर निकलता है. इसके बाद वो पनीर को अच्छे से साफ़ करता है. फिर बर्गर के पनीर में आयोडीन डालता है. वीडियो में आयोडीन डालते ही पनीर का रंग पर्पल हो जाता है. रोमेल के मुताबिक इसका मतलब है की केएफसी नकली पनीर इस्तेमाल कर रहा है.
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KFC ने कमेंट कर किया खंडन
यह वायरल वीडियो जब केएफसी के पास पहुँचा तो कंपनी के ऑफिशल इंस्टाग्राम अकाउंट से इस पर कमेंट किया गया. कमेंट में कंपनी ने यह लिखा है की केएफसी के पनीर जिंजर बर्गर में शुद्ध डेरी पनीर का इस्तेमाल किया जाता है. पनीर के टुकड़ो के बीच में सॉस डाला जाता है. इसके बाद पनीर को batter में डीप करने के साथ ही उसे ब्रेडक्रम्ब्स से कोट किया जाता है. सॉस, बेटर और ब्रेडक्रम्ब्स में स्टार्च होता है.
इसी स्टार्च की वजह से आयोडीन डालने पर पनीर का रंग नीला हो सकता है. कंपनी ने आगे ये भी लिखा है की केएफसी इंडिया fssai के सभी सुरक्षा और क्वालिटी के दिशा निर्देशों को फॉलो करता है और कंपनी ये गलत जानकारी फैलाने पर कानूनी के अनुसार सख्त करवाई भी करेगी.