हर कुछ दिन में बुखार? आपकी इम्युनिटी नहीं, ये बीमारी दे रही है चेतावनी!

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By Kumari SakshiPublished On: July 19, 2025
हर कुछ दिन में बुखार

क्या आपको हर कुछ दिन में हल्का या तेज बुखार आ जाता है? अगर हां, तो इसे नजरअंदाज करना बड़ी गलती हो सकती है. अक्सर लोग इसे सामान्य वायरल समझकर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन यह शरीर की तरफ से दी जाने वाली एक गंभीर चेतावनी हो सकती है.

क्या है बार-बार बुखार आने का मतलब?
बार-बार बुखार आना सिर्फ इम्युनिटी कमजोर होने का संकेत नहीं, बल्कि ये कई गंभीर और क्रॉनिक बीमारियों के शुरुआती लक्षण भी हो सकते हैं.

1. टायफाइड का दोबारा संक्रमण (Recurrent Typhoid):
टायफाइड का बैक्टीरिया शरीर में छिपा रहकर दोबारा हमला कर सकता है, जिससे हर कुछ दिन में बुखार आता है.

 2. मैलरिया या डेंगू का रुक-रुक कर असर:
कुछ मामलों में मलेरिया का परजीवी शरीर में लंबे समय तक सक्रिय रह सकता है और बुखार बार-बार लौट सकता है.

 3. टीबी (ट्यूबरकुलोसिस):
टीबी एक साइलेंट किलर है जो शरीर के अंदर धीरे-धीरे फैलता है और शुरुआती लक्षणों में बार-बार बुखार और थकान शामिल होते हैं.

4. यूटीआई (Urinary Tract Infection):
बार-बार यूरिन इन्फेक्शन से भी शरीर में हल्का या तेज बुखार आ सकता है, खासतौर पर महिलाओं में.

5. ऑटोइम्यून डिसऑर्डर:
लुपस या रूमेटॉइड आर्थराइटिस जैसी बीमारियों में शरीर खुद की कोशिकाओं पर हमला करता है, जिससे बुखार एक सामान्य लक्षण बन जाता है.

6. कैंसर (Blood Cancers – जैसे ल्यूकेमिया):
अगर आपको बार-बार बुखार के साथ वजन गिरना, थकान और कमजोरी महसूस हो रही है, तो यह सीरियस अलार्म हो सकता है.

कब सतर्क हों?
अगर बुखार 1 हफ्ते से ज़्यादा समय से बार-बार आ रहा है. पसीना, खासकर रात में, थकान और भूख न लगना, खांसी या सांस की तकलीफ, साथ में वजन घट रहा हो.

क्या करें?
. तुरंत डॉक्टर से सलाह लें
. ब्लड टेस्ट करवाएं (CBC, मलेरिया, डेंगू, टायफाइड, ESR आदि)
. पर्याप्त आराम करें
. डिहाइड्रेशन से बचें और पोषक आहार लें

घरेलू उपाय (डॉक्टर की सलाह के साथ):
. गिलोय का काढ़ा – इम्युनिटी बढ़ाता है

. तुलसी और अदरक की चाय – सूजन और इन्फेक्शन में लाभकारी

. नीम का पानी – संक्रमण को कम करता है

. हल्दी वाला दूध – नेचुरल एंटीसेप्टिक