डायबिटीज के मरीजों के लिए शुगर लेवल को संतुलित रखना और मीठा खाने की क्रेविंग को नियंत्रित करना सबसे बड़ी चुनौती होती है। ऐसे में अगर कोई स्वास्थ्यवर्धक ड्रिंक इस काम को आसान बना दे, तो यह एक बड़ी राहत की बात होती है! हाल ही में कोम्बुचा टी (kombucha tea) एक हेल्दी और प्राकृतिक ड्रिंक के रूप में तेजी से लोकप्रिय हो रही है। यह न केवल पाचन को बेहतर बनाती है, बल्कि डायबिटीज के मरीजों के लिए एक वरदान साबित हो सकती है।
कोम्बुचा टी एक फर्मेंटेड हर्बल ड्रिंक है, जिसे ब्लैक या ग्रीन टी में विशिष्ट बैक्टीरिया और यीस्ट मिलाकर तैयार किया जाता है। फर्मेंटेशन की इस प्रक्रिया के दौरान, यह ड्रिंक एक प्राकृतिक प्रोबायोटिक में परिवर्तित हो जाती है, जो आंतों की सेहत को बढ़ावा देती है और शरीर की मेटाबॉलिक गतिविधि को सुधारने में मदद करती है।

शुगर की क्रेविंग को रोकने का आसान उपाय
कोम्बुचा का हल्का खट्टा और मीठा स्वाद मीठे खाने की तलब को प्राकृतिक तरीके से शांत करता है। जब शुगर की क्रेविंग बढ़ने लगे, तो कोम्बुचा एक स्वस्थ विकल्प साबित हो सकता है। यह पेट को संतुष्ट करता है और शरीर को ऊर्जा भी प्रदान करता है।
कोम्बुचा टी का डायबिटीज मरीजों पर प्रभाव
डायबिटीज के मरीजों को अक्सर ब्लड शुगर लेवल के अचानक उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ता है। कोम्बुचा टी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स इंसुलिन के कार्य को बेहतर बनाते हैं और लिवर के कार्य को समर्थन प्रदान करते हैं, जिससे ग्लूकोज का विघटन सहज रूप से होता है और शुगर लेवल स्थिर रहता है। एक अध्ययन के अनुसार, कोम्बुचा टी के नियमित सेवन से फास्टिंग ब्लड शुगर लेवल में कमी देखी गई है। साथ ही, यह ड्रिंक शरीर में सूजन को भी कम करती है, जो डायबिटीज का एक प्रमुख कारण मानी जाती है।
किस समय लें और कितनी मात्रा में?
- दिन में 1 से 2 बार कोम्बुचा टी का सेवन किया जा सकता है, बशर्ते इसमें अतिरिक्त चीनी या फ्लेवर न हो।
- खाने के बाद इसका सेवन पाचन को सुधारता है और ब्लड शुगर के स्तर में अचानक वृद्धि को रोकता है।
- इसे घर पर भी आसानी से बनाया जा सकता है।