एचडीएफसी बैंक परिवर्तन ने मध्य प्रदेश में लॉन्च किया मोबाइल मिल्क एटीएम

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गुना। भारत के अग्रणी बैंक में से एक एचडीएफसी बैंक ने अपने सीएसआर ब्रांड परिवर्तन के तहत मध्य प्रदेश के गुना जिले में एक मोबाइल मिल्क एटीएम की स्थापना की। इसके अंतर्गत बैंक ने 11 मिल्क पूलिंग पॉइंट (एमपीपी) और दो बल्क मिल्क कूलर (बीएमसी) स्थापित किए हैं। दूध संग्रह, भंडारण और रिटेल इन्फ्रास्ट्रक्चर की स्थापना होने से स्थानीय डेयरी फार्मर्स की पहुँच बाजार तक बढ़ाने में मदद मिलेगी।

इसके अलावा, एचडीएफसी बैंक परिवर्तन ने अपने इम्प्लेंटिंग पार्टनर एंड पॉवर्टी के माध्यम से किसानों के लिए पारदर्शिता और उचित मूल्य निर्धारण सुनिश्चित करने के लिए हर कलेक्शन और स्टोरेज पॉइंट पर क्वालिटी टेस्टिंग इक्विपमेंट लगाए हैं। साथ ही इसने स्थानीय कृषक उत्पादक निकाय, गुना विकास महिला किसान प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड को एरर फ्री डेटा कलेक्शन और किसानों के लिए सात दिवसीय भुगतान चक्र बनाए रखने में मदद करने के लिए क्लाउड पर दैनिक डेटा सिंक्रनाइज़ेशन भी प्रारंभ किया है।

एचडीएफसी बैंक की सीएसआर हेड नुसरत पठान ने कहा, ” डेयरी फार्मिंग ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी है। गुना में दूध संग्रह, भंडारण और रिटेल इंफ्रास्ट्रक्चर की स्थापना से न केवल बाजार तक पहुंच में सुधार होगा, बल्कि जिले के स्थानीय डेयरी फार्मर्स को होने वाली मूल्य निर्धारण असमानताएं भी दूर होंगी। हमें ख़ुशी है कि हम एंड पॉवर्टी के साथ साझेदारी कर रहे हैं जो स्थानीय किसानों को सुविधा प्रदान करने में सक्षम है। यह पहल लोकल डेयरी सप्लाई चैन में बदलाव का प्रतीक है, जो सतत विकास और समृद्धि की नींव है।

एचडीएफसी बैंक का सीएसआर परिवर्तन के अंतर्गत किया गया है, जो इसकी सभी सोशल इनिशिएटिव का अम्ब्रेला ब्रांड है। यह मुख्यतः पांच क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करता है: ग्रामीण विकास, शिक्षा, कौशल विकास एवं आजीविका सुधार, स्वास्थ्य एवं स्वच्छता, और वित्तीय साक्षरता व इन्क्लूसन। मार्च 2023 तक, एचडीएफसी बैंक परिवर्तन ने अलग अलग पहलों से मध्य प्रदेश में 62 लाख से अधिक लोगों को प्रभावित किया है।

मार्च 2023 को समाप्त हुए वित्तीय वर्ष में एचडीएफसी बैंक देश में शीर्ष सीएसआर खर्च करने वाली कंपनियों में से एक था। 31 मार्च 2023 तक, बैंक ने देश भर में सीएसआर पहल पर 820.89 करोड़ रुपये खर्च किए। बैंक ने पूरे देश में मार्च 2023 तक एक साथ 9.93 करोड़ से अधिक लाभार्थियों तक पहुंचकर अपनी सेवाओं का विस्तार किया।