हरदा में हुए पटाखा फैक्ट्री ब्लास्ट को अभी कोई भुला नहीं पाया है। इसके जख्म अभी भी बाकी है और शायद अब ताउम्र रहेंगे। पीड़ित परिवार के आह्वान पर आज सभी ने एकजुट होकर हरदा के बाजार बंद करने के आदेश दिए है। बता दें कि मृतकों के परिजन और पीड़ित परिवार शहर में तीन दिन से धरना दे रहे हैं।
पीड़ित परिवार का कहना है कि ‘हमारे परिवार को न जाने किसकी नजर लगी, जो हम अपना घर-परिवार छोड़कर सड़क पर हड़ताल करने को मजबूर हैं, हम बिखर चुके हैं। जीवन भर की पूंजी खत्म हो गई। प्रशासन ने हमें सवा लाख रुपए दिए हैं। इतने से पैसे में हम दोबारा अपना घर कैसे बनाएं? हमें उचित मुआवजा दें और दोषी अफसरों पर केस करें।’
‘सरकार से नाखुश है पीड़ित’
पटाखा फैक्ट्री ब्लास्ट के पीड़ित सरकार से नाराज़ है। उनका कहना है कि प्रशासन ने उन्हें सही मुआवजा नहीं दिया। महिलाओं ने दोषी अफसरों पर केस दर्ज करने की मांग की। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने उन्हें सवा लाख रुपए दिए हैं। इतने पैसे में वे अपना घर कैसे बनाएं। वहीं दूसरी तरफ धरना दे रही तीन महिलाओं की अचानक तबीयत बिगड़ गई है। उन्हें तत्काल जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।