सरकार किसानों की हर समस्या और मांग पर विचार करने के लिए तैयार है- अमित शाह

Akanksha
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नई दिल्ली। कोरोनाकाल के चलते हुए किसान आंदोलन को लेकर अब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपनी चुप्पी तोड़ दी है। साथ ही अमित शाह ने साफ़ किया कि सरकार बातचीत को तैयार है। कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे किसान दिल्ली में निरंकारी मैदान में बातचीत कर सकती है।

लेकिन उन्होंने बातचीत के लिए शर्त भी रखी है कि, किसान एक जगह रुककर बातचीत करें। वहां उन्होंने पुलिस सुरक्षा भी मिलेगी, साथ ही शौचालय जैसी सुविधाएं भी। गृह मंत्री ने कहा कि, ‘मैं प्रदर्शनकारी किसानों से गुजारिश करता हूं कि सरकार बातचीत करने के लिए तैयार है। कृषि मंत्री ने उन्हें 3 दिसंबर को बातचीत के लिए न्योता दिया है। सरकार किसानों की हर समस्या और मांग पर विचार करने के लिए तैयार है।’

उन्होंने आगे कहा कि, कई स्थानों पर, किसान इस ठंड में अपने ट्रैक्टरों ट्रोलियों के साथ रह रहे हैं। मैं उनसे अपील करता हूं कि दिल्ली पुलिस आपको बड़े मैदान में स्थानांतरित करने के लिए तैयार है, कृपया वहां जाएं। आपको वहां कार्यक्रम आयोजित करने की पुलिस अनुमति दी जाएगी। उन्होंने कहा कि, अगर किसान यूनियन 3 दिसंबर को बातचीत के लिए तैयार हैं तो मैं उन्हें आश्वसत करता हूं कि आपको जल्द से जल्द प्रदर्शन स्थल पर पहुंचा दिया जाएगा। सरकार अगले दिन आपकी मांग चिंताओं को दूर करने के लिए वार्ता करेगी।

गृह मंत्री ने कहा कि, अगर आप रोड की जगह निश्चित किए गए स्थान पर अपना धरना-प्रदर्शन शांतिपूर्ण ढ़ंग से, लोकतांत्रिक तरीके से करते हैं तो इससे किसानों की भी परेशानी कम होगी आवाजाही कर रही आम जनता की भी परेशानी कम होगी।