Madhyapradesh news: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने कहा है कि प्रदेश में बिजली कटौती की परिस्थिति उत्पन्न न हो। इलेक्ट्रिसिटी की कैपेसिटी में वृद्धि के लिए आवश्यकतानुसार कार्य-स्कीम तैयार की जाए। बिजली के बिना डेवलपमेंट अधूरा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज मंत्रालय में ऊर्जा विभाग की समीक्षा कर रहे थे। मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, प्रमुख सचिव ऊर्जा संजय दुबे सहित अन्य उच्च अधिकारी शामिल थे।
1 करोड़ 74 लाख विद्युत उपभोक्ताओ के लिए महत्वपूर्ण सूचना
मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि विद्युत उपभोक्ताओं की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। मौजूदा समय में प्रदेश के 1 करोड़ 74 लाख विद्युत उपभोक्ता हैं। इंडस्ट्रीज को बिजली देना प्रदेश के लिए बेहद फायदेमंद है। इंडस्ट्रीज की स्थापना रोजगार बढ़ाने में काफी मददगार साबित होगी। उन्होंने राजस्व संग्रहण का काम ठीक चलने पर संतोष जाहिर किया।
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इस वर्ष 1800 करोड़ रूपये की बिजली बेची
लास्ट ईयर 1,300 करोड़ रूपए के मुकाबले इस ईयर 1,800 करोड़ रूपए की बिजली बेची गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि विद्युत उत्पादकों का पेमेंट टाइम पर हो और बिजली रिलेटेड कम्प्लेंट्स न मिलें। ईयर 2022-23 के लिए 22 हजार करोड़ रुपए की सब्सिडी की जरुरत पड़ती है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ऊर्जा विभाग में नई क्रांतिकारी सोच रख कर काम करने की आवश्यकता है। स्टाफ की कमी नहीं रहे। विद्युत नुक्सान रोकने की कोशिश की जाएं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बड़े बकायादारों पर कार्यवाही हो। उन्होंने उपभोक्ताओं की बकाया राशि एवं बंद किए गए डीटीआर और फीडर्स की जानकारी भी ली।
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