उज्जैन : होली के बाद अब देशभर में रंगपंचमी का त्यौहार बड़े ही धूमधाम से मनाया जाएगा. जी हां, ऐसे में अगर बात इंदौर की जाए ‘रंगपंचमी गेर’ की, तो राजवाड़ा से निकलने वाली इस ऐतिहासिक गेर की चर्चा सिर्फ देशों में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी की जाती है।
बता दे कि इस साल रंगपंचमी का त्यौहार 12 मार्च (रविवार) को मनाया जाएगा। वहीं इंदौर की तर्ज पर महाकाल बाबा की नगरी उज्जैन में भी रंगपंचमी पर काफी बड़ी संख्या में इस साल पहली बार नगर गेर निकाली जायेगी, जो महाकालेश्वर मंदिर से होते हुए गोपाल मंदिर तक पहुंचेगी। बताया जा है उज्जैन कि इस नगर गेर का शुभारंभ ध्वज पूजन कर किया जाएगा।
इंदौर की तर्ज पर निकलेगी गेर
रिपोर्ट्स के मुताबिक इंदौर की तर्ज पर निकलने वाल इस गेर में फायर फाइटर, पानी के टैंकर आदि शामिल होंगे जिससे रंग-बिरंगी बौछारें की जाएंगी। इसके साथ ही इस गेर में हर्बल रंगों का उपयोग किया जाएगा जिससे किसी भी तरह की स्कीन समस्या या आँखों को नुकसान नहीं होगा।
जानकारी के लिए आपको बता दे कि उज्जैन में निकलने वाली इस विशाल गेर की घोषणा महापौर मुकेश टटवाल ने ‘अक्षरविश्व’ द्वारा धुलेंडी पर आयोजित ‘रंग-तरंग’ कार्यक्रम में की है।गौरतलब है कि इंदौर में रंगपंचमी पर निकलने वाली इस गेर की परंपरा 300 साल से चली आ रही है, जिसमें हजारों नहीं बल्कि लाखों की संख्या में लगभग सभी राज्यों के लोग शामिल होते है। इतना ही नहीं इसे देखने लोग दूर-दूर के साथ विदेश से भी आते है। बताया जा रहा है इस वर्ष इन गेरो को यूनेस्को की ओर से संरक्षित घोषित कराने का प्रयास भी किया जा रहा है।