महाकाल नगरी में मराठी फिल्म ‘वामा’ की शूटिंग, महिला सशक्तिकरण की प्रेरक कहानी

Abhishek singh
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मराठी फीचर फिल्म ‘वामा’ की शूटिंग उज्जैन की पार्श्वनाथ सिटी में की गई। कॉलोनी निवासी वात्सल्य सिसोदिया के घर पर फिल्म के घरेलू सीन और धार्मिक दृश्य कृपालु हनुमान मंदिर परिसर में फिल्माए गए। फिल्म के निर्देशक अशोक कोंडके ने कहा कि वे उज्जैन, इंदौर और देवास में पिछले 20 दिनों से शूटिंग कर रहे हैं। फिल्म की लोकेशन के रूप में उज्जैन को चुनने का कारण मराठा इतिहास और संस्कृति का प्रभाव था। उन्होंने कहा कि मराठी फिल्मों की पारंपरिक लोकेशन्स से हटकर एक नई पहचान देने के लिए इस क्षेत्र को चुना गया।

कुछ ऐसी है फिल्म की कहानी

‘वामा’ फिल्म एक महिला पर आधारित है। इसमें एक मध्यवर्गीय लड़की के संघर्षों को दिखाया गया है, जिसकी शादी जल्दी हो जाती है, लेकिन अपने सपनों को पूरा करने के लिए वह प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करती है। शुरुआती मुश्किलों में उसे अपने परिवार और पति का समर्थन नहीं मिलता, लेकिन अपनी मेहनत और दृढ़ निश्चय से वह अपने लक्ष्य को प्राप्त करती है और उच्च पद तक पहुंचती है। फिल्म के निर्देशक अशोक कोंडके ने कहा कि यह फिल्म महिलाओं के साथ होने वाले भेदभाव और उनके संघर्ष को उजागर करने का प्रयास है। फिल्म को महिला दिवस के मौके पर मार्च में रिलीज किया जाएगा।

स्थानीय लोगों का सहयोग

कॉलोनीवासियों ने शूटिंग के दौरान फिल्म यूनिट को पूरी तरह से सहयोग प्रदान किया। वात्सल्य सिसोदिया, डॉ. गौरव, सुनीता उपाध्याय, अमित शर्मा, ज्ञान सिंह गौतम, राघवेंद्र उपाध्याय, अश्विनी येवले और अन्य ने टीम का सहयोग किया। शूटिंग ख़तम होने कॉलोनीवासियों ने फिल्म की सफलता के लिए शुभकामनाएं दी।