इस समय प्रदेश के सबसे चर्चित दमोह के गंगा जमुना स्कूल मामले में स्कूल भवन गिराने की कार्रवाई शुरू हो चुकी है। आज सुबह ही सीएम हाउस में हुई बैठक के बाद बाहर निकले प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मीडिया से चर्चा के दौरान स्कूल भवन पर अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई के तहत बुलडोजर चलने के संकेत दे दिए थे। इसके बाद दमोह नगर पालिका की टीम जेसीबी लेकर स्कूल परिसर पहुंची थी।
दमोह नगर पालिका की टीम तहसीलदार और भारी पुलिस बल के साथ भवन के निर्माण धान उपरी मंजिल को तोड़ने के लिए पहुंची थी। आपको बता दें, मंगलवार सुबह नपा की जेसीबी जैसे ही स्कूल भवन के पास पहुंची तभी, आसपास के लोग इकट्ठा हो गए। लोगों ने नगर पालिका द्वारा भेजे गए नोटिस को नगर पालिका, पुलिस और प्रशासन के अफसरों को दिखाते हुए कहा कि यह पत्र रविवार शाम को प्राप्त हुआ है। इसके तहत जवाब पेश करने के लिए 3 दिन की मोहलत दी गई थी।
लोगों के प्रतिक्रिया सुनने के बाद नपा की टीम चली गई। हालांकि बाद में सीएमओ ने दावा किया कि स्कूल प्रशासन ने नोटिस का जवाब दे दिया है। इसके बाद नगरपालिका का अमला भारी पुलिस बल के साथ गंगा जमुना स्कूल का ताला तोड़कर अंदर घुसे और निर्माणाधीन की सेटिंग को तोड़ दिया गया है।इस कार्रवाई के संबंध में सीएमओ बीएल सिंह का दावा है कि ऊपरी भाग के निर्माण को बगैर मंजूरी के बनाया जा रहा था अब उम्मीद जताई जा रही है कि बुधवार को स्कूल परिसर में हुए अवैध निर्माण को जेसीबी के जरिए थोड़ा जाएगा आज की कार्यवाही रात 8:30 बजे तक चली।
यह हैं असली मामला
दमोह जिले के गंगा जमुना स्कूल द्वारा एक पोस्टर जारी किया गया था इस पोस्टर में स्कूल के एमपी बोर्ड टॉपर बच्चों का उल्लेख था जिसमें कई हिंदू लड़कियों को भी हिजाब पहने दिखाया गया था यह सोशल मीडिया पर जोरों शोरों से वायरल होने लगा था जिसके बाद कुछ सामाजिक संगठनों ने इसकी शिकायत की जिसके बाद यह मामला सुर्खियों में आया इसके बाद में स्कूल प्रशासन पर कार्रवाई जारी है।