एमपी में हुए IPS अधिकारियों के तबादले, 7 वरिष्ठ अफसरों को मिली नई जिम्मेदारियां, देखें पूरी लिस्ट

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By Pinal PatidarPublished On: October 23, 2025

मध्यप्रदेश शासन के गृह विभाग ने बुधवार देर रात भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के सात वरिष्ठ अधिकारियों के तबादलों के आदेश जारी किए। इन तबादलों को प्रशासनिक व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने और विभिन्न शाखाओं में कार्यकुशलता बढ़ाने के उद्देश्य से किया गया है। आदेश जारी होते ही पुलिस महकमे में हलचल तेज हो गई है, क्योंकि कई महत्वपूर्ण पदों पर नए अधिकारियों की नियुक्ति की गई है।

IPS ट्रांसफर लिस्ट


एमपी में हुए IPS अधिकारियों के तबादले, 7 वरिष्ठ अफसरों को मिली नई जिम्मेदारियां, देखें पूरी लिस्ट

राजाबाबू सिंह को प्रशिक्षण विभाग के अतिरिक्त प्रभार से मुक्ति

राजाबाबू सिंह (भापुसे 1994) फिलहाल अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, प्रशिक्षण, पुलिस मुख्यालय, भोपाल के पद पर कार्यरत थे। अब उन्हें उनके वर्तमान पद पर ही बनाए रखते हुए अतिरिक्त प्रभार से मुक्त किया गया है। लंबे समय से पुलिस प्रशिक्षण व्यवस्था में सुधार की दिशा में उनकी भूमिका अहम रही है। अब उनसे उम्मीद की जा रही है कि वे प्रशिक्षण शाखा पर पूरी तरह ध्यान केंद्रित कर सकेंगे।

देव प्रकाश गुप्ता को मिला शिकायत और मानव अधिकार विभाग का कार्यभार

देव प्रकाश गुप्ता (भापुसे 1994) को अब अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, शिकायत एवं मानव अधिकार, पुलिस मुख्यालय, भोपाल के पद पर पदस्थ किया गया है। वे इससे पहले सामुदायिक पुलिसिंग, एएसटीसी, को-ऑपरेटिव फ्रॉड, और लोक सेवा गारंटी जैसे विभागों का दायित्व संभाल रहे थे। सरकार ने उन्हें नए पद के साथ पूर्व के सभी विभागों का अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा है। गुप्ता अपने शांत स्वभाव और प्रशासनिक दक्षता के लिए जाने जाते हैं, ऐसे में उनके अनुभव से विभागीय कार्यों में और मजबूती की उम्मीद है।

के. पी. वेंकटेश्वर राव को सौंपी तकनीकी सेवाओं की जिम्मेदारी

के. पी. वेंकटेश्वर राव (भापुसे 1995) को अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, तकनीकी सेवाएं, पुलिस मुख्यालय, भोपाल के रूप में नई जिम्मेदारी दी गई है। वे इससे पहले नारकोटिक्स विभाग में इसी पद पर कार्यरत थे। उनकी तकनीकी दक्षता और जमीनी अनुभव को देखते हुए उन्हें यह महत्वपूर्ण भूमिका सौंपी गई है। माना जा रहा है कि वे राज्य की पुलिसिंग प्रणाली में नई तकनीकों को और प्रभावी ढंग से लागू करने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।

इरशाद वली को मिला विशेष शाखा और मुख्यालय का अतिरिक्त प्रभार

इरशाद वली (भापुसे 2004) फिलहाल पुलिस महानिरीक्षक, विशेष शाखा, पुलिस मुख्यालय, भोपाल के पद पर थे। अब उन्हें विशेष शाखा भोपाल के साथ-साथ पुलिस मुख्यालय का अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा गया है। वली अपनी सख्त प्रशासनिक छवि और अनुशासनप्रियता के लिए जाने जाते हैं। विशेष शाखा में उनकी भूमिका राज्य की आंतरिक सुरक्षा और खुफिया निगरानी को और मजबूत करने में सहायक मानी जा रही है।

सुशांत सक्सेना अब देखेंगे आवास (इन्वेस्टिगेशन) विभाग की कमान

सुशांत सक्सेना (भापुसे 2005) को पुलिस महानिरीक्षक, आवास (इन्वेस्टिगेशन), पुलिस मुख्यालय, भोपाल के पद पर पदस्थ किया गया है। इससे पहले वे आवास शाखा की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। नई भूमिका में सक्सेना पुलिस आवासीय योजनाओं की जांच और निगरानी पर ध्यान देंगे। उनकी नियुक्ति से विभागीय पारदर्शिता और जवाबदेही में वृद्धि की उम्मीद है।

चैत्रा एन. को एसटीएफ की जिम्मेदारी सौंपी गई

चैत्रा एन. (भापुसे 2006) को पुलिस महानिरीक्षक, एसटीएफ (Special Task Force), पुलिस मुख्यालय, भोपाल के पद पर पदस्थ किया गया है। वे अब तक शिकायत एवं मानव अधिकार शाखा में कार्यरत थीं। चैत्रा एन. राज्य की सक्रिय और परिणाममुखी महिला अधिकारियों में गिनी जाती हैं। एसटीएफ जैसी अहम यूनिट की कमान मिलने के बाद उनसे संगठित अपराध और संवेदनशील मामलों में और अधिक मजबूती लाने की अपेक्षा की जा रही है।

कुमार सौरभ को मिला एसएसआईबी शाखा का अतिरिक्त कार्यभार

कुमार सौरभ (भापुसे 2007) वर्तमान में पुलिस महानिरीक्षक, आजाक, पुलिस मुख्यालय, भोपाल के पद पर कार्यरत थे। अब उन्हें इसके साथ-साथ एसएसआईबी शाखा (State Special Intelligence Bureau) का अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा गया है। सौरभ को खुफिया विभागों में विशेष अनुभव प्राप्त है, और उनकी नियुक्ति से संवेदनशील सूचनाओं की निगरानी और राज्य सुरक्षा से जुड़े कार्यों में तेजी आने की संभावना है।

प्रशासनिक पुनर्संरचना से पुलिस विभाग में नई ऊर्जा

इन तबादलों को गृह विभाग की नियमित पुनर्संरचना प्रक्रिया का हिस्सा माना जा रहा है। वरिष्ठ अधिकारियों को उनकी विशेषज्ञता के अनुरूप नई जिम्मेदारियां सौंपकर पुलिस प्रशासन को और अधिक प्रभावी बनाने की कोशिश की गई है। जानकारों का मानना है कि इन बदलावों से विभाग में नई ऊर्जा का संचार होगा और कानून-व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में ठोस परिणाम देखने को मिलेंगे।