इंदौर की मशहूर सराफा चौपाटी को लेकर व्यापारियों और प्रशासन के बीच चल रहा विवाद अभी भी अनसुलझा है। सराफा व्यापारी संघ के अध्यक्ष हुकुम सोनी ने एक बार फिर महापौर पुष्यमित्र भार्गव से मुलाकात कर व्यापारियों की समस्याओं पर चर्चा की और समाधान की मांग की। महापौर ने आश्वासन दिया कि दिवाली त्योहार के समापन के बाद इस मुद्दे पर विस्तृत चर्चा की जाएगी।
समिति बनी, लेकिन कार्रवाई अब तक ठहरी
विवाद के समाधान के लिए 10 सदस्यीय समिति गठित करने का निर्णय लिया गया था, जिसकी अध्यक्षता स्वयं महापौर कर रहे हैं। इस समिति में पुलिस और प्रशासन के प्रतिनिधि भी शामिल हैं। हालांकि समिति का गठन हो चुका है, लेकिन अब तक इस दिशा में कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो सकी है। पहले महापौर ने कहा था कि श्राद्ध पक्ष के बाद सभी संबंधित पक्ष मिलकर समाधान तलाशेंगे, लेकिन वह बैठक अब तक आयोजित नहीं हो पाई है।
एक महीने से जारी है व्यापारियों का विरोध
गौरतलब है कि सराफा चौपाटी को लेकर व्यापारियों का विरोध पिछले एक महीने से लगातार जारी है। करीब एक माह पहले व्यापारियों ने चौपाटी हटाने की मांग को लेकर बड़ा प्रदर्शन किया था और साफ शब्दों में कहा था कि किसी भी स्थिति में चौपाटी नहीं लगने दी जाएगी। बाद में महापौर के साथ हुई बैठक में एक आपसी सहमति का प्रारूप तय किया गया था।
फिर आंदोलन के संकेत
महापौर द्वारा पहले श्राद्ध पक्ष के बाद और अब दिवाली के बाद बैठक करने की बात कहे जाने से सराफा एसोसिएशन के पदाधिकारियों में असंतोष है। एसोसिएशन के अध्यक्ष हुकुम सोनी ने बताया कि उन्होंने महापौर से जल्द बैठक आयोजित करने का आग्रह किया है, ताकि व्यापारियों की समस्याओं का समाधान निकाला जा सके। हालांकि व्यापारी सार्वजनिक रूप से अपनी नाराजगी जाहिर नहीं कर रहे हैं, लेकिन भीतर ही भीतर यह चर्चा है कि यदि जल्द कोई ठोस निष्कर्ष नहीं निकला, तो वे एक बार फिर आंदोलन का सहारा ले सकते हैं।