मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवात ने पश्चिमी और उत्तर-पश्चिमी तट की ओर बढ़ना शुरू कर दिया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, यह चक्रवात बुधवार, 17 अक्टूबर की सुबह चेन्नई के तट से टकराया।
देश में मौसम का मिजाज
पूर्वोत्तर मॉनसून के सक्रिय होने से दक्षिण भारत, खासकर चेन्नई, बेंगलुरु, केरल और आंध्र प्रदेश में मूसलाधार बारिश जारी है, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ है। बेंगलुरु में लगातार हो रही बारिश के कारण कई आईटी कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को घर से काम करने की अनुमति दी है। हालांकि, आज सुबह बारिश में थोड़ी कमी आई है, और मौसम में सुधार की उम्मीद है।
भारी बारिश के रिकॉर्ड
मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार को तमिलनाडु के तिरुवल्लुवर क्षेत्र में सबसे अधिक बारिश हुई, जहां 300 मिमी बारिश दर्ज की गई। चेन्नई और तमिलनाडु में आज भी भारी बारिश की संभावना बनी हुई है। मौसम विभाग ने बताया कि चक्रवात अब कमजोर हो गया है, जिससे बारिश में राहत मिलने की उम्मीद है।
चक्रवात ने सुबह छह बजे बंगाल की खाड़ी में गहरे दबाव के साथ पांडिचेरी के पास तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के बीच तट को पार किया। इसकी गति 25 से 30 किलोमीटर प्रति घंटा थी, जो जमीन पर टकराने के बाद 45 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच सकती है।
इस तूफान के कारण तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश के दक्षिणी हिस्सों और बेंगलुरु के कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना है। आईएमडी ने इन इलाकों में चेतावनी जारी की है, और तमिलनाडु में ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया गया है।
व्यापक बारिश की संभावना
उत्तर-पूर्वी मॉनसून और बंगाल की खाड़ी में मौसमी हलचल के चलते केरल, कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कोंकण, महाराष्ट्र और गुजरात के दक्षिणी हिस्सों में भारी बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने इन क्षेत्रों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है।
कर्नाटक में पिछले चार-पांच दिनों से लगातार बारिश हो रही है, और आज और कल दक्षिणी भीतरी इलाकों में भारी बारिश की संभावना है। तटीय कर्नाटक और उत्तरी अंतर्देशीय जिलों, जैसे दक्षिण कन्नड़, उडुपी, और उत्तर कन्नड़ में व्यापक बारिश की संभावना है।