पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के द्वारा मुस्लिम युवकों के ब्रेनवाश किए जाने का खुलासा तेलंगाना कोर्ट की एक रिपोर्ट में होने की जानकारी सामने आई है। जानकारी के अनुसार पीएफआई के द्वारा समाज सेवा के नाम पर आतंक और उपद्रव की भावना मुस्लिम समुदाय के युवकों में भड़काई जा रही है। पीएफआई के द्वारा इस षड्यंत्र को बढ़ावा देने के लिए फंड (Fund) भी इकठ्ठा किया जा रहा है।
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मदरसों में दी जा रही आतंक की ट्रेनिंग
जानकारी के अनुसार पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के द्वारा भारत के विभिन्न राज्यों के कई मदरसों में मुस्लिम युवकों को आतंक की सीख दी जा रही है। इसके लिए उनके द्वारा बाकायदा मार्शल आर्ट और पत्थर बाजी की ट्रेनिंग देने के लिए केम्प चलाए जा रहे हैं। मुस्लिम नवयुवकों के दिमाग में नफरत को भड़काकर देश और मानवता विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा देना इस संगठन का विशेष उद्देश्य है।
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समाज सेवा के नाम पर आतंक सेवा
पीएफआई एक चरमपंथी और इस्लामी कट्टरपंथी संगठन है, पीएफआई को 2006 में नेशनल डेवलपमेंट फ्रंट (NDF) के उत्तराधिकारी के रूप में गठित किया गया था। यह संगठन खुद को गरीब और पिछडों का हितेषी बताता है परन्तु इसका वास्तविक उद्देश्य नफरत और आतंक को बढ़ावा देना है। ताजा जानकारी के अनुसार असम पुलिस ने बड़ी कार्यवाही करते हुए 8 मौलवी को गिरफ्तार किया है, जो हदीस पढ़ाकर युवकों को बरगला रहे थे।